जयपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से भले ही वीवीआईपी और वीआईपी कल्चर को खत्म किए जाने को लेकर नित नई कवायद की जा रही है, लेकिन प्रदेश के चिकित्सा मंत्री का कुछ और ही मानना है। दरअसल, चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने राजधानी जयपुर के एक अस्पताल में वीआईपी इलाज को लेकर आज एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने इसे एक परम्परा तक कह डाला। इतना ही नहीं, चिकित्सा मंत्री ने तो यहां तक कह दिया कि ये तो पहले से ही चलती आ रही है।
दरअसल, राजधानी जयपुर स्थित प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल का दर्जा प्राप्त सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल के कमरा नंबर 23 में वीआईपी इलाज कल्चर के बाद जयपुरिया अस्पताल के 34 नंबर कमरे में भी वीआईपी इलाज का मामला सामने आया है। जब मामले को लेकर चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ से बात की गई तो उनका कहना था कि यह तो परंपरा रही है जो पहले से चलती आ रही है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी चिकित्सा मंत्री ने वीआईपी इलाज को लेकर बयान दिया था। हालांकि आज दिए गए अपने बयान में चिकित्सा मंत्री कुछ संभलते हुए नजर आए और बयान के बाद उन्होंने बात को संभालते हुए कहा कि उनके लिए कोई भी वीआईपी नहीं है और सभी लोग उनके लिए वीआईपी हैं।
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