जोधपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि राज्य सरकार की नीति सबका साथ-सबका विकास की है। सरकार इसी सोच के साथ सभी क्षेत्रों का समग्र विकास कर रही है। राजे ने कहा कि हमने विकास कार्यों के लिए कभी खजाना खाली होने का बहाना नहीं बनाया। हमने सत्ता संभाली तो हमारे सामने बड़ी चुनौतियां थीं, लेकिन उनका डटकर सामना करते हुए हमने प्रदेश को निचले पायदान से अग्रणी पक्ति में ला खड़ा किया है।
दो दिवसीय जोधपुर दौरे में रही मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने दूसरे रविवार को जोधपुर में करीब 467 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के बाद तनावड़ा में मुख्यमंत्री जन आवास योजना के तहत 7 हजार 580 आवासों के निर्माण कार्यों के शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने एक महिला होने के नाते प्रदेश को अपने परिवार की तरह सम्भाला है और एक महिला कभी भी अपने परिवार के स्वाभिमान पर आंच नहीं आने देती। करीब 2 लाख करोड़ रुपये के कर्ज के बावजूद हमने कुशल वित्तीय प्रबन्धन के जरिए राजस्थान के मान-सम्मान को देश और दुनिया में बढ़ाया है। राजे ने रातानाड़ा में पशुपालक प्रशिक्षण संस्थान के भवन का लोकार्पण किया। करीब 4 करोड़ रुपये से निर्मित इस भवन से पशुपालकों को उन्नत पशुपालन की तकनीकों का प्रशिक्षण मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों और पशुपालकों के जीवन में खुशहाली लाना और उनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाना हमारी प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने रातानाड़ा एयरफोर्स क्षेत्र में अमृत योजना के तहत सीवरेज लाइन बिछाने के कार्य का शिलान्यास किया। इससे इस क्षेत्र की 40 साल पुरानी सीवर लाइन का नवीनीकरण होगा। मुख्यमंत्री ने मथुरादास माथुर चिकित्सालय परिसर में 22.33 करोड़ की लागत से निर्मित बीएससी नर्सिंग महाविद्यालय भवन तथा मेडिकल कॉलेज स्टॉफ के आवासीय भवनों का लोकार्पण भी किया।
मुख्यमंत्री ने सूरसागर स्थित बड़ा रामद्वारा में प्रमुख द्वार व संत निवास का लोकार्पण किया। राजे ने रामद्वारा मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री करीब एक घंटे तक रामद्वारा में ठहरीं और रामस्नेही संत श्री रामप्रसादजी तथा अन्य संतों से भी आशीर्वाद लिया।
राजे ने कमला नेहरू नगर स्थित समाजसेवक जगतनारायण जोशी के निवास पर पहुंची तथा उनके पिता स्व. रणछोड़दास जोशी के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त कर श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने जोशी एवं उनके बड़े भाई राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष रणजीत जोशी एवं अन्य परिजनों से मिलकर उनको ढाढस बंधाया।