टोंक। टोंक मे आमजन जितना बजरी खनन से परेशान है, उससे कहीं ज्यादा यहां के वाशिंदे रॉयल्टी ठेकेदार की दादागिरी का शिकार होते हैं। रॉयल्टी ठेकेदार के आदमी आये-दिन आम नागरिकों, ट्रेक्टर और ट्रक चालकों से मारपीट करते हैं, लेकिन थानों मे शिकायत के बावजूद पुलिस द्वारा उन पर कोई कार्यवाही नहीं होने से उनके हौंसले बुलन्द है।
आज भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला, जब निवाई थानान्तर्गत पहाड़ी गांव के पास मौजूद रॉयल्टी नाके के बाहर चाय की दुकान पर बैठे एक टेक्ट्रर चालक पर रॉयल्टी ठेकेदार के दो दर्जन से ज्यादा लोग टूट पडे और उसका हाथ तोड़ दिया। इसके बाद वे वहां से भाग छूटे।
दरअसल टोंक की बनास नदी मे प्रशासन, पुलिस और खनिज विभाग की मिलीभगत के चलते बजरी लीज़ होल्डर का साम्राज्य विद्यमान हो गया है और वह जिस तरह से चाहता नदी मे बजरी का अंधाधुध खनन कर रहा है। साथ ही खनन नियमों की धज्जियां उडाते हुए 30 से 40 फीट पर खनन कार्य किया जा रहा है, जबकि रॉयल्टी के नाम पर आये-दिन ट्रक, ट्रेक्टर चालकों से मारपीट करना तो शायद उसका शौक हो गया है और यही कारण है कि अपनी मनमर्जी से रॉयल्टी नहीं चुकाने पर आज ठेकेदार के आदमियों ने चालक की धुनाई कर दी।
ऐसे मे वहां मौजूद लोगों ने ठेकेदार के आदमियों के जाने के बाद जैसे-तेसे घायल को 108 एम्बूलेंस की सहायता से हॉस्पिटल पहुंचाया, लेकिन सूचना के बाद बावजूद पुलिस न तो मौके पर पहुंची और न ही अस्पताल पहुंचकर घायल से घटना की जानकारी ली। इससे जाहिर होता है कि पुलिसकर्मी ठेकेदार के मामलों को दबाने के लिये कितनी सर्तकता दिखाते हैं।