Madhya Pradesh: कमलनाथ का दावा, 18 साल में CM शिवराज सिंह चौहान की 22 हजार घोषणाएं अधूरी

हरसूद: मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शुक्रवार को कहा कि पिछले 18 साल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की 22 हजार घोषणाएं अधूरी हैं और आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार ने राज्य को खोखला कर दिया है. पत्रकारों से बात करते हुए नाथ ने कहा कि चौहान विधानसभा चुनाव से पहले दोगुनी गति से घोषणा कर रहे हैं. मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. दिसंबर 2018 और मार्च 2020 के बीच की संक्षिप्त अवधि को छोड़कर चौहान नवंबर 2005 से राज्य के मुख्यमंत्री हैं.

नाथ ने आरोप लगाया कि शायद, वह (चौहान) सोच रहे हैं कि घोषणाएं करने से उनके सभी पाप धुल जाएंगे. भ्रष्टाचार, दीमक की तरह राज्य को खा गया है. उन्होंने (भारतीय जनता पार्टी सरकार) प्रदेश को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और कानून व्यवस्था सभी क्षेत्रों में खोखला कर दिया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि उधार का उपयोग विकास के लिए नहीं बल्कि ठेके देने और उस पर कमीशन प्राप्त करने के लिए किया जाता है. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश पर 3.30 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है और प्रदेश सरकार को अब सिर्फ ब्याज चुकाने के लिए कर्ज लेना पड़ रहा है. नाथ ने दावा किया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है. उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह दबाव की राजनीति लंबे समय तक काम नहीं करती है क्योंकि "परसों’’ (शासन परिवर्तन की ओर इशारा करते हुए) हमेशा आता है.

उन्होंने कहा कि हरसूद शहर, जो अब छनेरा के नाम से जाना जाता है, 40 साल पहले राज्य के सबसे विकसित स्थानों में से एक था, लेकिन अब विकास की दौड़ में पिछड़ गया है. नाथ ने हरसूद के बारे में कहा, "यह विकास का प्रतीक और व्यापार का केंद्र था, लेकिन आज जनजातियों को इस जगह को छोड़ने के लिए मजबूर किया गया और यह राज्य में विस्थापन, भ्रष्टाचार, कुपोषण और अवैध उत्खनन का केंद्र बन गया है." नाथ ने वादा किया कि सत्ता में आने पर कांग्रेस विस्थापितों के कल्याण के लिए एक नीति लाएगी और भूमि पट्टे के मुद्दों के साथ-साथ उनके सामने आने वाली अन्य समस्याओं को भी हल करेगी. सोर्स- भाषा