राममंदिर हो या अनुच्छेद 370, मोदी सरकार ने जो असंभव लग रहा था, उसे संभव कर दिखाया: अमित शाह

शिमला:  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का जिक्र करते हुए शनिवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने वह संभव किया जो पहले असंभव लग रहा था. शाह हिमाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की एक चुनावी रैली को राज्य के सिरमौर जिले में संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 5 अगस्त, 2019 को जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया. उन्होंने सभा से सवाल किया, क्या आपने कभी सोचा था कि अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया जाएगा.

उन्होंने कहा कि यदि आप कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से अनुच्छेद 370 के बारे में बात करेंगे, तो वे चुप रहते हैं क्योंकि वह नेहरू द्वारा लाया गया था. राममंदिर निर्माण पर शाह ने कहा कि कांग्रेस हमें ताना मारती थी और कहती थी 'मंदिर वही बनाएंगे, तिथि नहीं बताएंगे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू किया. शाह ने कहा कि चाहे राममंदिर का निर्माण हो या अनुच्छेद 370 को निरस्त करना, मोदी सरकार ने वह संभव कर दिखाया जो पहले असंभव लगता था. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने राजनीति में ‘परिवारवाद’ को खत्म किया है.

शाह ने कहा कि राजा और रानी के दिन गए और प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ कर दिया और वहां सुभाष चंद्र बोस की भव्य प्रतिमा स्थापित की. उन्होंने सभा को आतंकवादी हमले के जवाब में सशस्त्र बलों द्वारा किए गए ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ के बारे में भी याद दिलाया.उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने केवल आठ वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था को 11वें नंबर से दुनिया में पांचवें स्थान पर ला दिया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हट्टी समुदाय को आदिवासी का दर्जा देकर गिरपार क्षेत्र के लोगों के 55 साल के संघर्ष को समाप्त किया, जिससे 1.60 लाख लोगों को लाभ होगा.

उन्होंने कहा कि आदिवासी का दर्जा मिलने के बाद अब हट्टी समुदाय को आरक्षण का लाभ मिलेगा जिसके लिए हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने केंद्र पर काफी दबाव बनाया था. उन्होंने कहा कि हालांकि कांग्रेस ने दलित समुदाय को भड़काना शुरू कर दिया कि हट्टी समुदाय को आदिवासी का दर्जा देने से उनके आरक्षण के अधिकार समाप्त हो जाएंगे.

शाह ने कहा कि वह यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि क्षेत्र के दलितों को उतना ही आरक्षण मिलता रहेगा, जितना पहले मिल रहा था. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोगों के लिए यह समय है कि वे हर चुनाव में दलों को बारी-बारी से सत्ता में लाने के रुझान को बदलें, जैसा कि उत्तराखंड के लोगों ने हाल ही में किया है. शाह ने केंद्र और राज्य में भाजपा सरकारों की उपलब्धियों को सूचीबद्ध किया और मतदाताओं से 12 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा को फिर से चुनने का आग्रह किया. इससे पहले शाह ने भाजपा का चुनावी गीत हिमाचल की पुकार, फिर भाजपा सरकार का लोकार्पण किया. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने भी सभा को संबोधित किया. (भाषा)