हेरा फेरी फ्रेंचाइजी से अलग होने Akshay Kumar ने कहा- पटकथा से संतुष्ट नहीं होने के कारण फिल्म से अलग हुआ

नई दिल्ली: अभिनेता अक्षय कुमार ने शनिवार को ‘हेरा फेरी’ फ्रेंचाइजी से अलग होने की पुष्टि की और इस सीरीज की तीसरी फिल्म का हिस्सा नहीं बनने के लिए रचनात्मक मतभेदों वजह को बताया.

वर्ष 2000 में आई ‘हेरा फेरी’ में कुमार के साथ अभिनेता परेश रावल और सुनील शेट्टी भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में थे. बाद में 2006 में ‘फिर हेरा फेरी’ आई. कुमार ने राजू, रावल ने बाबू भैया और शेट्टी ने श्याम की भूमिकाएं निभाई थीं. पिछले कुछ समय से फिल्म के तीसरे भाग पर काम हो रहा है और इस सप्ताह की शुरुआत में रावल ने पुष्टि की थी कि आगामी फिल्म में अभिनेता कार्तिक आर्यन राजू की भूमिका में दिखेंगे.

मैं स्क्रीनप्ले और पटकथा से संतुष्ट नहीं था:
कुमार ने यहां ‘एचटी लीडरशिप समिट’ में कहा कि मैं हेरा फेरी’ का हिस्सा रहा हूं है. इससे लोगों की यादें जुड़ी हैं और मेरे पास भी इसकी अच्छी यादें हैं. लेकिन मुझे दुख है कि इतने सालों से हमने तीसरा भाग नहीं बनाया. मुझे फिल्म की पेशकश की गई थी लेकिन मैं स्क्रीनप्ले और पटकथा से संतुष्ट नहीं था. मैं इससे खुश नहीं था.

चीजें रचनात्मक रूप से आकार ले रही:
अभिनेता ने कहा कि ‘हेरा फेरी’ श्रृंखला की फिल्में उनके जीवन और यात्रा का एक बड़ा हिस्सा रही हैं और वह आगामी फिल्म में योगदान नहीं दे पाने को लेकर ‘‘निराश’’ हैं. कुमार ने कहा कि मुझे वही करना है जो लोग देखना चाहते हैं. इसलिए मैं पीछे हट गया. मेरे लिए ‘हेरा फेरी’ जीवन का एक हिस्सा है, मेरी यात्रा बहुत बड़ी है. मैं इसके बारे में उतना ही निराश हूं और मैं तीसरा भाग करने के लिए समर्थ नहीं हूं. लेकिन जिस तरह से चीजें रचनात्मक रूप से आकार ले रही हैं उससे मैं खुश नहीं हूं.
सत्र के लिए कुमार फिल्म ‘‘आरआरआर’’ के स्टार राम चरण के साथ शामिल हुए. टिकट खिड़की पर हिंदी फिल्मों के कमजोर प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर कुमार ने फिल्मों के निर्माण और वितरण के तरीके में बदलाव का आह्वान किया.

हमें बैठकर विचार करना चाहिए:
कुमार ने कहा कि दर्शक कुछ अलग चाहते हैं. हमें बैठकर विचार करना चाहिए और उन्हें वह देने की कोशिश करनी चाहिए. यह हमारी गलती है. यह दर्शकों की गलती नहीं है कि वे नहीं आ रहे हैं. हमें पुनर्विचार करना होगा और अतीत में जो हमने बनाया है उसे खत्म करना होगा. हमें बस इसे नीचे रखना है और फिर से शुरू करना है.

हमें समझना होगा कि दर्शकों को क्या चाहिए:
पिछले कुछ वर्षों में एक से एक हिट फिल्म दे चुके कुमार के लिए यह साल अच्छा नहीं रहा और उनकी फिल्में ‘बच्चन पांडे’, ‘सम्राट पृथ्वीराज’ और ‘रक्षाबंधन’ कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाई. हाल में रिलीज ‘रामसेतु’ भी 100 करोड़ की सूची में शामिल होने के लिए संघर्ष कर रही है. कुमार (55) ने कहा कि मैं पूरी तरह से अलग तरीके से शुरुआत करना चाहता हूं और यही मैंने करना शुरू कर दिया है. हमें समझना होगा कि दर्शकों को क्या चाहिए.

थिएटर मालिकों को भी यह समझना होगा:
अभिनेता ने कहा कि और भी कई कारक हैं. यह ऐसा कुछ नहीं है जो केवल अभिनेता ही कर सकते हैं. लेकिन निर्माताओं और थिएटर मालिकों को भी इसके बारे में सोचना होगा. व्यक्तिगत रूप से, मुझे अपनी फीस 30-40 प्रतिशत तक कम करनी होगी. इसी तरह थिएटर मालिकों को भी यह समझना होगा.‘एचटी लीडरशिप समिट’ के 2019 संस्करण में, कुमार ने अपनी नागरिकता पर विवाद के बाद कहा था कि वह इसे वापस कर देंगे. उनके भारतीय पासपोर्ट की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर, कुमार ने खुलासा किया कि उन्होंने अपनी कनाडाई नागरिकता त्यागने की प्रक्रिया पूरी कर ली. सोर्स-भाषा