Jammu Kashmir: आधार कार्ड देखने के बाद आतंकियों ने हिंदू परिवारों को बनाया निशाना, 4 की मौत और 6 घायल

राजौरी/जम्मू: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के एक गांव में रविवार की शाम संदिग्ध आतंकवादियों ने हिंदू परिवार के तीन मकानों पर गोलीबारी की. अधिकारियों ने बताया कि घटना में चार लोग मारे गए हैं, जबकि छह अन्य घायल हो गए हैं. मिली जानकारी के अनुसार आतंकियों ने कथित तौर पर आधार कार्ड देखने के बाद यहां तीन घरों को निशाना बनाया. 

इस आतंकवादी हमले में घायल 6 लोगों में से 2 को जम्मू एयर लिफ्ट किया गया है. हमले के विरोध में राजौरी में कई राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने सोमवार को बंद का आह्वान किया है. वहीं आतंकियों की धरपकड़ के लिए सुरक्षा बलों ने रविवार शाम से ही इलाके में व्यापक सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है.

वहीं विभिन्न राजनीतिक दलों ने रविवार की शाम राजौरी जिले के एक गांव में ग्रामीणों पर आतंकवादियों द्वारा किये गये हमले की कड़ी निंदा की है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जहां संघ शासित प्रदेश से आतंकवाद के खात्मे का संकल्प लिया है वहीं कांग्रेस ने कहा कि घटना ‘बहुत गंभीर’ है और यह केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा हालात बेहतर होने के सरकार के दावों की पोल खोलती है.

गौरतलब है कि घाटी के मुकाबले बेहद शांत रहने वाले जम्मू क्षेत्र में पिछले कई वर्षों में यह पहला ऐसा हमला है और वह भी नये साल के पहले दिन हुआ है. जम्मू जोन के अवर पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने बताया कि पुलिस, सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने संयुक्त रूप से विस्तृत घेराबंदी की है और तलाशी अभियान चलाया है, ताकि अपर डांगरी गांव में हुई गोलीबारी में लिप्त दो ‘हथियारबंद लोगों’ को पकड़ा जा सके.

सिंह ने बताया था कि गोलियां एक-दूसरे से करीब 50 मीटर की दूरी पर स्थित तीन मकानों पर चलायी गईं. दो आम नागरिकों की मौत हो गई, जबकि चार घायल हो गए. हालांकि, अधिकारियों ने बाद में बताया कि घायलों में से और दो लोगों की मौत होने से मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है. प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से अधिकारियों ने बताया कि शाम करीब सात बजे दो संदिग्ध आतंकवादी गांव के पास आए और तीनों मकानों पर अंधाधुंध गोलियां चलाने के बाद भाग गए.

एक अधिकारी ने बताया कि गोलीबारी 10 मिनट के भीतर बंद हो गई. पहले उन्होंने अपर डांगरी में एक मकान पर गोलियां चलाई और फिर 25 मीटर दूर हटने के बाद वहां कई अन्य लोगों को गोलियां मारीं. उन्होंने गांव से भागने से पहले दूसरे मकान से करीब 25 मीटर की दूरी पर स्थित और एक मकान पर गोलियां चलायीं. उन्होंने बताया कि गोलीबारी में कुल 10 लोग घायल हुए जिनमें से तीन लोगों कोसरकारी मेडिकल कॉलेज, राजौरी के चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. वहीं हेलीकॉप्टर से तीन घायलों को जम्मू ले जाया जा रहा था, जिनमें एक की रास्ते में ही मौत हो गई.

अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान सतीश कुमार (45), दीपक कुमार (23), प्रीतम लाल (57) और शिशुपाल (32) के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि घायलों की पहचान पवन कुमार (38), रोहित पंडित (27), सरोज बाला (35), रिदम शर्मा (17) और पवन कुमार (32) के रूप में हुई है.

चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर महमूद ने गोलीबारी की घटना में चार लोगों के मरने की पुष्टि की:
सरकारी मेडिकल कॉलेज, राजौरी के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर महमूद ने गोलीबारी की घटना में चार लोगों के मरने की पुष्टि की है. डांगरी के सरपंच धीरज कुमार ने बताया कि शाम करीब सात बजे गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी और बाद में ‘‘आतंकवादियों द्वारा गोलियां चलाए जाने की सूचना मुझे फोन पर मिली.’’