आभूषण उद्योग को धनतेरस से बड़ी उम्मीद, पिछले साल के बराबर हो सकता है कारोबार

मुंबई: आभूषण उद्योग को इस साल धनतेरस पर बढ़िया कारोबार की उम्मीद है, हालांकि वे सर्तक रुख के साथ आशावादी हैं. सतर्कता इसलिए है क्योंकि पिछले साल भी बिक्री अच्छी रही थी, इस साल महंगाई और रहन-सहन की लागत में बढ़ोतरी को लेकर चिंता है.इन चिंताओं के बावजूद उद्योग जगत के दिग्गजों का मानना है कि कारोबार पिछले साल के बराबर रह सकता है. 

अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद (जीजेसी) के चेयरमैन आशीष पेठे ने पीटीआई-भाषा को बताया कि सोने की कीमतों में नरमी के बावजूद उद्योग जगत सर्तक है. इस समय सोने की कीमत 47,000 - 49,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास है और आमतौर पर उपभोक्ताओं का रुख सकारात्मक है. पेठे ने कहा कि कोविड-19 महामारी की पहली लहर के चलते स्थगित हुई शादियां पिछले साल हुईं, जिस वजह से मांग में इजाफा हुआ. ऐसे में 2021 में धनतेरस पर अच्छी बिक्री हुई और यह महामारी से पहले के स्तर को पार कर गई.

उन्होंने बताया कि इस साल धनतेरस पर आभूषणों की मांग, पिछले साल के समान रहने की उम्मीद है. 2021 उद्योग के लिए एक असाधारण साल था, क्योंकि देश धीरे-धीरे महामारी के बाद सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रहा था.पेठे ने कहा कि इस साल तेज महंगाई, बढ़ती लागत और बेमौसम बारिश से कृषि गतिविधियां प्रभावित होने से उपभोक्ताओं की धारणा कमजोर हुई है. उन्होंने कहा कि आमतौर पर दशहरे के दौरान शुरू होने वाली गहनों की पूर्व बुकिंग इस साल बहुत धीमी रही. हालांकि, सोने की कमजोर कीमत से इस क्षेत्र को फायदा होने की संभावना है.

विश्व स्वर्ण परिषद के क्षेत्रीय मुख्य कार्यपालक अधिकारी (भारत) सोमसुंदरम पीआर ने कहा, 'एक प्रतीक के रूप में सोने की खरीद से इन त्योहारों के आसपास सकारात्मकता बढ़ती है. इसके अलावा, स्थानीय स्तर पर सोने की कीमतों में हुई कमी से उपभोक्ताओं की भावना सकारात्मक लग रही है. उन्होंने हालांकि आशंका जताई कि महंगाई से सोने के आभूषणों की मांग पर तत्काल प्रभाव पड़ सकता है. सेनको गोल्ड एंड डायमंड्स के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुवनकर सेन ने कहा कि कमजोर कीमतों से मांग पर बहुत अधिक असर नहीं होगा, क्योंकि कमजोर रुपये ने सोने की कीमतों में और गिरावट को रोक दिया है.

कल्याण ज्वैलर्स इंडिया के कार्यकारी निदेशक रमेश कल्याणरमन ने कहा कि ग्राहक असंगठित क्षेत्र के मुकाबले संगठित क्षेत्र को अधिक तरजीह दे रहे हैं और ऐसे में इस धनतेरस के दौरान संगठित कंपनियों को फायदा होगा. पीएनजी ज्वैलर्स के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सौरभ गाडगिल ने कहा कि त्योहारी मौसम की शुरुआत से ही यह साल काफी अच्छा रहा है. इसकी मुख्य वजह सोने के कीमतों में कमजोरी है. उन्होंने कहा, 'हमें उम्मीद है कि यह रुझान धनतेरस और दिवाली के दौरान भी जारी रहेगा, क्योंकि आभूषणों की मांग मजबूत बनी हुई है. हम इस साल बिक्री में लगभग 20 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं. (भाषा)