Shani Margi 2022: न्याय और कर्म के देवता शनि 141 दिन बाद 23 अक्टूबर से चलेंगे सीधी चाल, इन राशियों को मिलेगी राहत

जयपुर: ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है. कहा जाता है कि यदि जातक अच्छे कर्म करता है, तो शनिदेव शुभ फल देते हैं. वहीं बुरे कर्म करने पर दंड भी देते हैं. शनिदेव फिलहाल मकर राशि में वक्री अवस्था में है और 23 अक्टूबर को मार्गी यानी सीधी चाल चलेंगे. इसी दिन धनतेरस भी है. ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि 23 अक्टूबर को प्रातः: 4:19 मिनट पर मकर राशि में ही मार्गी होंगे और जनवरी 2023 तक इसी अवस्था में रहेंगे. 

ज्योतिष के अनुसार शनि देव के मार्गी होने से सभी राशि के जातकों पर प्रभाव पड़ेगा. कुछ राशि के लिए शनि की ये चाल शुभ नहीं होगी. वहीं कुछ राशि के लोगों की भाग्योदय के साथ आर्थिक बढ़ोतरी हो सकती है. शनि देव को कर्मफल दाता माना गया है यानि शनि देव व्यक्ति के कर्मों के अनुसार शुभ-अशुभ फल प्रदान करते हैं. शनि को न्यायाधीश बताया गया है. जन्म कुंडली में शनि जब अशुभ होते हैं तो व्यक्ति का जीवन मुसीबतों से भर देते हैं. व्यक्ति को धन हानि, रोग, तलाक, प्रेम संबंधों में बाधा आदि भी प्रदान करते हैं. इसलिए शनि देव को शांत रखना अत्यंत आवश्यक माना गया है. 

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि नवग्रहों में शनि देव को एक प्रमुख स्थान हासिल है. इन्हें न्याय का देवता और कर्म का कारक माना गया है. ऐसा माना जाता है कि शनि देव जिस पर प्रसन्न हो जाएं, उसे रंक से राजा बना देते हैं और जिन पर उनकी क्रूर दृष्टि पड़ती है, उस व्यक्ति की मुसीबतें बढ़ जाती हैं. ऐसा भी माना जाता है कि हमारे इसी जीवन में शनि हमारे कर्मों के मुताबिक हमें फल देते हैं. जन्म कुंडली में शनि की शुभ स्थिति जहां लाभ प्रदान करती है, वहीं अशुभ स्थिति जीवन में दिक्कत, परेशानी और आर्थिक संकटों का कारण भी बनती है. यही कारण है कि शनि देव को हर कोई शांत रखना चाहता है और हर कोई शनि की कृपा पाने को लालायित रहता है. शनिदेव अपनी साढ़ेसाती, ढैय्या और अपनी महादशा व अंर्तदशा में व्यक्ति को सबसे अधिक प्रभावित करते हैं. शनि देव व्यक्ति के कर्मों के आधार पर फल प्रदान करने वाले देवता के रूप में जाने जाते हैं. शनिदेव तुला राशि में उच्च के और मेष राशि में नीच के ग्रह माने जाते हैं. बुध और शुक्र ग्रह के साथ इनकी मित्रता है जबकि सूर्य, चंद्रमा और मंगल ग्रह इनके शत्रु माने जाते हैं. शनिदेव पुष्य, अनुराधा और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के स्वामी हैं. शनि एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने के लिए लगभग ढाई वर्षों का समय लगाते हैं. 

शनि के मार्गी होने से कई राशियों को लाभ होगा:
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि शनिदेव इस साल 12 जुलाई को मकर राशि में वक्री हुए थे. यानी 12 जुलाई से अब तक शनिदेव मकर राशि में उल्टी चाल से चल रहे हैं. अब शनिदेव 23 अक्तूबर को धनतेरस के दिन मार्गी होने जा रहे हैं. शनि के मार्गी होने का अर्थ है कि अब शनि सीधी चाल से चलेंगे. मौजूदा समय में 5 राशियों के ऊपर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या चल रही है. धनु, मकर और कुंभ राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है तो वहीं मिथुन और तुला राशि के लोगों पर ढैय्या चल रही है. शनि के मार्गी होने से कई राशियों को लाभ होगा. साथ ही देश-दुनिया पर भी शनि के मार्गी होने का विशेष प्रभाव पड़ेगा. शनि के चाल बदलने या फिर राशि परिवर्तन को ज्योतिष शास्त्र में काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. शनि मंद गति से चलने वाले ग्रह हैं. यह करीब ढाई वर्ष में एक राशि से दूसरी राशि में अपना स्थान परिवर्तन करते हैं. शनि के राशि परिवर्तन से जातकों के जीवन में उथल-पुथल शुरू होती है. 

यह होगा असर:
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया किभवन निर्माण, कृषि कार्य, इंजीनियर ,इलेक्ट्रॉनिक, क्रेशर ,मार्बल, लकड़ी ,गैस ठेकेदारी, बिल्डिंग मटेरियल से जुड़े कर्म क्षेत्रों से जुड़े लोगों को शुभ लाभ होने वाला रहेगा. इसके साथ ही जिन जातकों को नई नौकरी की तलाश थी. उनको नई नौकरी की मिलने की संभावनाएं बनेंगी. साथ ही धर्म क्षेत्र का अस्तित्व पूरे विश्व में बढ़ेगा. पेट से ,हृदय से, तथा कैंसर से जूझ रहे जातकों को राहत मिलनी शुरू हो जाएगी. उग्रवादी स्थितियों पर भी लगाम लगेगा.

राशि वालों को होगा लाभ:
कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया किवैदिक ज्योतिष के अनुसार जब शनिदेव किसी राशि में उल्टी चाल से चलते हैं तो जिन राशियों के ऊपर साढ़ेसाती और ढैय्या होती है उन्हें कई तरह की परेशानियों से जूझना पड़ता है. इन लोगों को लगातार कार्यों में असफलताएं प्राप्त होती हैं. नौकरी में तनाव और व्यापार में हानि का सामना करना पड़ता है. इसके अलावा बीमारियां भी पीछे लगी होती हैं. ऐसे में जब 23 अक्तूबर को शनि मकर राशि में सीधी चाल से चलने लगेंगे तो मिथुन राशि, तुला राशि, धनु राशि, मकर राशि और कुंभ राशि के जातकों के कष्ट कम होने लगेंगे. काम में आ रही रूकावटें खत्म होंगी. नौकरी में अच्छे प्रस्ताव आने शुरू हो जाएंगे. व्यापार से अच्छा मुनाफा मिलने लगेगा. मान-सम्मान में वृद्धि और बीमारियों से मुक्ति मिलेगी.

शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए उपाय:
भविष्यवक्ता डा. अनीष व्यास ने बताया किशिव उपासना और हनुमत उपासना करें. मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी की पूजा करें. हनुमान चालीसा एवं शनि चालीसा का पाठ करें. शनिवार के दिन शनि मंदिर में छाया दान अवश्य करें. गरीब, वृद्ध, असहाय लोगों को भोजन कराएं. पशु पक्षियों के लिए दाने,  हरे चारे, पानी की व्यवस्था करें. तेल का दान भी करना चाहिए. तेल दान करने से आपको अपने कष्टों से छुटकारा मिलता है. शनिवार को लोहे से बनी चीजों को दान करना चाहिए. इस दिन लोहे का सामान दान करने से शनि देव शांत होते हैं. लोहा दान देने से शनि की दृष्टि निर्मल होती है. रुद्राक्ष की माला लेकर एक सौ आठ बार ॐ शं शनैश्चराय नमः का जप करें, शनिदेव की कृपा बनेगी और कष्ट दूर होंगे. काले कुत्ते को शनिवार के दिन सरसों के तेल से बनी रोटी खिलाएं. सूर्यास्त के समय पीपल के पेड़ के पास सरसों के तेल का दीपक जलाने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है.

इन गलतियों को करने से बचें:
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया किकिसी असहाय को बेवजह परेशान नहीं करें. मांस, मदिरा का सेवन बिल्कुल नही करें. कमजोर व्यक्तियों का अपमान न करें. अनैतिक कार्यों से दूर रहें.

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास बता रहे है कि शनि के मार्गी होने पर आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा.

मेष राशि:-
मेष राशि वालों के लिए रोजगार के नए अवसर मिलेंगे साथ ही कार्य क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन से यश बढ़ेगा.

वृषभ राशि:- 
अचानक जॉब और करियर में बाधा आ सकती है. बॉस से संबंध खराब हो सकते हैं. वाणी की मधुरता बनाए रखें. 

मिथुन राशि:-
कैरियर में सकारात्मक परिणाम मिलेंगे और भाग्य आपके साथ रहेगा.

कर्क राशि:-
तनाव बढ़ सकता है. लक्ष्य को पाने के लिए अधिक परिश्रम करना पड़ सकता है. शत्रुओं से सावधान रहें.

सिंह राशि:-
व्यापार में लाभ की स्थिति बन सकती है. सहयोगियों का सम्मान करें.. शनि से जुड़ी चीजों का दान करें..

कन्या राशि:-
सफलता प्राप्त करने के लिए परिश्रम अधिक करना पड़ सकता है.संबंधो पर असर पड़ सकता है. क्रोध स बचकर रहें.

तुला राशि:- 
पारिवारिक रिश्तो में सुखद अनुभूति प्राप्त होगी.

वृश्चिक राशि:-
अचानक लाभ की स्थिति बन सकती है. धर्म-कर्म के कार्यों में रूचि बढ़ेगी. दूसरों का अपमान करने से बचें.

धनु राशि:-
परिवार में आपका मान और सम्मान बढ़ेगा.

मकर राशि:-
सेहत में सुधार के साथ कारोबार में लाभ होगा.

कुंभ राशि:-
अध्यात्म में रुझान बढ़ेगा व्यापार में सफलता मिलेगी.

मीन राशि:-
जॉब बदलने की स्थिति बन सकती है. व्यापार में लाभ के लिए अधिक परिश्रम करना पड़ सकता है. विवाद और तनाव की स्थिति से बचें.