देश में करोड़ों लोग शराब पीते हैं, क्या उन सभी को मर जाना चाहिए: सुशील मोदी

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुशील कुमार मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर उनकी टिप्पणी जो पिएगा वो मरेगा को लेकर निशाना साधते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि देश में करोड़ों लोग शराब पीते हैं, क्या उन सभी को मर जाना चाहिए. बिहार में जहरीली शराब मामले में मृतक संख्या बढ़ने के बीच राज्य में राजनीतिक पारा भी बढ़ रहा है. सुशील मोदी ने पीटीआई-भाषा से कहा कि कुमार ने पहले भी टिप्पणी की थी कि जो लोग शराब पीते हैं वे महापापी हैं और वे भारतीय नहीं हो सकते.

उन्होंने कहा कि बिहार में जहां शराबबंदी है, वहां जहरीली शराब के सेवन से लोगों की मौत हो रही है, ऐसे में मुख्यमंत्री द्वारा इस तरह की टिप्पणी करना अनुचित है.केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कुमार की टिप्पणी का उल्लेख करते हुए उन पर निशाना साधा और कहा कि अगर लोग उन्हें वोट देते हैं, तो वे मरेंगे क्योंकि यह उनके सामने उदाहरण है.सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में शराब का अवैध कारोबार एक "समानांतर अर्थव्यवस्था" बन गया है और आरोप लगाया कि राज्य में शराबबंदी लागू करने वालों की जेब में करोड़ों रुपये जा रहे हैं.

हालांकि, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि भाजपा शराबबंदी का समर्थन करती है और नीति पर पुनर्विचार की उसके नेताओं की मांग इसके कार्यान्वयन में दिक्कतों को दूर करने से संबंधित है. उन्होंने आरोप लगाया कि शराब घर पहुंचाने के लिए बच्चों का इस्तेमाल किया जा रहा है और नशीले पदार्थों का दुरुपयोग बढ़ रहा है क्योंकि नीति पूरी तरह से विफल रही है. बिहार के वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि नीतीश कुमार ने शराबबंदी लागू की. इसलिए, यह सुनिश्चित करना उनकी जिम्मेदारी है कि यह सफल हो. पूरी सरकारी मशीनरी इस एक मुद्दे पर काम कर रही है और फिर भी वह नहीं कर पा रही है.

उन्होंने कहा कि हम (भाजपा) इसे खत्म करने के पक्ष में नहीं हैं. बिहार में जहरीली शराब मामले में मृतक संख्या आधिकारिक रूप से बढ़कर 26 हो जाने के बाद कुमार ने बृहस्पतिवार को चेतावनी दी कि यदि लोग जहरीली शराब पिएंगे तो मरेंगे. उन्होंने कहा कि जो पिएगा, वो मरेगा.उन्होंने कहा कि शराबबंदी मेरी व्यक्तिगत इच्छा से नहीं बल्कि राज्य की महिलाओं की पुकार पर लागू की गई थी. कुछ भाजपा नेताओं ने जहरीली शराब मामले में मरने वालों की संख्या 50 से अधिक बतायी है. उनका कहना है कि कई शोक संतप्त परिवार उत्पीड़न के डर से अधिकारियों को सूचित करने से बच रहे हैं.

सुशील मोदी कहा कि चार लाख से अधिक लोगों को शराबबंदी का उल्लंघन करने के आरोप में जेल में डाल दिया गया है, लगभग 1,500 प्रतिदिन औसतन गिरफ्तार किए जा रहे हैं. मोदी ने सवाल किया कि यह नीति की सफलता या विफलता को दर्शाता है. भाजपा आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने जनता दल (यूनाइटेड) के नेता की आलोचना करते हुए कहा कि केवल एक असंवेदनशील नेता ही इस तरह का बयान दे सकता है. उन्होंने दावा किया, अब तक 39 लोगों की मौत हो चुकी है. कुछ परिवार इतने गरीब हैं कि वे दाह संस्कार के लिए चंदा मांग रहे हैं. लेकिन अहंकारी नीतीश शराबबंदी की सफलता को लेकर चिंतित हैं. (भाषा)