Udaipur News: कौमी एकता की मिसाल देती है जावर माइंस की दुर्गा पूजा और नवरात्रि मेला

उदयपुर: जिले के जावर माइंस कस्बे को मिनी इंडिया के नाम से भी पहचाना जाता है. कस्बे में नौकरी करने के लिए देश के हर कोने से युवा आते हैं इसलिए यहां की संस्कृति और तीज त्योहारों में एकता नजर आती है. यहां हिन्दू समाज मुस्लिम पर्व पर शरीक होते हैं तो मुस्लिम समाज भी हिन्दू पर्व पर शरीक होते हैं. कौमी एकता की अनूठी मिसाल सिर्फ जावर माइंस में ही देखने को मिलती है.

कस्बे में शहरी और ग्रामीणों के लिए इन दिनों चल रहा नवरात्रि मेला प्रमुख मनोरंजन का साधन है. मेले के पंडाल में स्थापित दुर्गा माता की प्रतिमा के दर्शन के लिए सभी धर्म के लोग करते हैं. मेला आयोजन खदान में काम करने वाले कामगारों के वेतन कटौती से किया जाता है. यहां वेतन कटौती भी हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई तक अपना सहयोग देते हैं.

जावर माइंस मजदूर संघ के महामंत्री लालूराम ने बताया कि शरदीय नवरात्रि मेला मजदूर संघ के संयुक्त तत्वाधान में 55 वर्षों से किया जा रहा है. लेकिन गत 27 वर्षों से रावण दहन करने के लिए बनारस से मुस्लिम भाई जाहिद खान और उसका परिवार तैयार करता है. इस बार 55 फीट का रावण के पुतले का निर्माण किया गया है. 55 वर्ष पूरे होने पर 55 फिट का रावण बनाया गया है.

मुस्लिम बंधु रावण का निर्माण करते वक्त खुश:

दशानन बनाने वाले मुस्लिम बंधु रावण का निर्माण करते वक्त खुश होते हैं. जाहिद खान बताते है कि रावण निर्माण के लिए हमें खुशी महसूस होती है. यहां आदिवासी परिवार और क्षेत्र के लोग इस कार्य मे सहयोग करते हैं. जाहिद बताते हैं कि हम यहां 27 वर्षों से रावण बना रहे हैं जिसका हमें गर्व है. पहले हमारे पिता जी बनाते थे जो 55 वर्ष से बनाते आ रहे हैं.