जयपुर: पंचांग का हिंदू धर्म में शुभ व अशुभ देखने के लिए विशेष महत्व होता है. पंचाग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है. यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, शुभ तिथि, नक्षत्र, व्रतोत्सव, राहुकाल, दिशाशूल और आज शुभ चौघड़िये आदि की जानकारी देते हैं.
शुभ मास- मार्गशीर्ष मास शुक्ल पक्ष
शुभ तिथि अष्टमी जया संज्ञक तिथि प्रातः 7 बजकर 21 मिनट तक रहेगी. अष्टमी तिथि में यथा आवश्यक विवाह आदी, मनोरंजन, लेखन, प्रवेश इत्यादि कार्य शुभ रहते हैं. अष्टमी तिथि में जन्मे पुत्र या पुत्री धनवान, गुणवान, पराक्रमी होते हैं. अष्टमी तिथि को मास मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए.
पूर्वाभाद्रपद "उग्र-अधोमुख मुख" संज्ञक नक्षत्र रात्रि 5 बजकर 43 मिनट तक रहेगा. पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में अग्निविषादिक, साहसिक विशेष रूप से सिद्ध होते हैं. पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक धनी, साहसी, प्रसिद्ध, सुन्दर, धनवान, बुद्धिमान होता है.
चन्द्रमा- सम्पूर्ण दिन कुम्भ राशि में संचार करेगा
व्रत उपवास- सदव्रत, सर्वार्थसिद्धि योग
राहु काल- दोपहर 01-27 मिनट से दोपहर 2-46 मिनट तक
दिशा शूल- गुरुवार को दक्षिण दिशा मे दिशाशूल रहता है. यात्रा को सफल बनाने लिए घर से दही खा कर निकले.
आज के शुभ चौघड़िये- सूर्योदय से प्रातः 8.19 मिनट तक शुभ का, प्रातः 10.56 से दोपहर 2.52 मिनट तक चर, लाभ का, सायं 4.10 से सूर्यास्त तक शुभ का चौघड़िया.