जयपुर: ERCP को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा गंभीर हैं. सीएम भजनलाल ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट कर कहा कि जो कहा सो किया! ERCP से प्रगति की नई ऊंचाइयों को स्पर्श करेगा म्हारो पूर्वी राजस्थान'.
'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' का भाव इस भाव के साथ प्रदेश में बहुप्रतिक्षित ERCP शीघ्र ही लेगी मूर्तरूप' 2,80,000 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता होगी सुनिश्चित 'प्रदेश के 13 जिलों के 25 लाख किसान परिवार होंगे लाभान्वित राज्य के 40% आबादी को स्वच्छ निर्मल पेयजल होगा उपलब्ध.
जो कहा सो किया!
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) January 30, 2024
ERCP से प्रगति की नई ऊंचाइयों को स्पर्श करेगा म्हारो पूर्वी राजस्थान...
'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' के भाव के साथ बहुप्रतिक्षित पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना ( ERCP ) शीघ्र ही लेगी मूर्तरूप
• प्रदेश के 2,80,000 हेक्टेयर क्षेत्र में… pic.twitter.com/syBsLs7j3e
बता दें कि राजस्थान की बहुप्रतिक्षित ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ERCP) पानी के बंटवारे को लेकर राजस्थान और मध्य प्रदेश के बीच 28 जनवरी को समझौता हुआ. राजस्थान सीएम भजनलाल शर्मा और मध्यप्रदेश सीएम डॉ. मोहन यादव ने दिल्ली में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के सामने ERCP का MOU को साइन किया.
ERCP से राजस्थान के 13 जिलों को फायदा होगा. पूर्वी राजस्थान के 13 जिले झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, करौली, धौलपुर, भरतपुर, दौसा, अलवर, जयपुर, अजमेर और टोंक में पेयजल उपलब्ध होगा. साथ ही 2 लाख 80 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित होगी.
25 लाख किसान परिवारों को सिंचाई जल और राज्य की करीब 40% आबादी को पेयजल उपलब्ध हो सकेगा. केंद्र सरकार ने 13 दिसंबर 2022 को पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक प्रोजेक्ट को ERCP के साथ एकीकृत करने के प्रस्ताव को प्राथमिकता वाली लिंक परियोजना के लिए अनुमोदन किया था.
ERCP में सम्मिलित रामगढ़ बैराज, महलपुर बैराज, नवनैरा बैराज, मेज बैराज, राठौड़ बैराज, डूंगरी बांध, रामगढ़ बैराज से डूंगरी बांध तक फीडर तंत्र, ईसरदा बांध का क्षमता वर्धन और पूर्वनिर्मित 26 बांधों का किया पुनरुद्धार जाएगा.