Churu News: गोगा नवमी पर निकली जिंदा जहरीले सांपों की यात्रा, गोगामेड़ी में भरे मेले में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब

चूरू: गोगानवमी पर जहां जिलेभर की गोगामेड़ियों में लोकदेव गोगाजी के दर्शन करने वालों का दिनभर तांता लगा रहा वहीं छोटी काशी चूरू की मुख्य भेड़ी में श्रद्धा का सैलाब उमड़ा.

शुक्रवार को अंचल जाहरवीर गोगाजी की आराधना में तन्मय रहे जिलेवासियों ने परंपरागत रूप से गोगानवमी मनाई. चूरू में सुबह से घरों में गोगानवमी की तैयारियों को लेकर चहल-पहल शुरू हो गई. घर परिवार के सदस्यों ने जोत प्रज्ज्वलित कर धोक दी और नारियल तथा खीर, चूरमा व गुलगुले आदि का प्रसाद का गोगाजी के भोग लगाया. श्रद्धालुओं ने धन धान्य और खुशहाली की मनौतियां मांगी. शहर भर की मेड़ियों में घर परिवार के सदस्यों ने गोगाजी के दर्शन कर पूजा अर्चना की तथा सुख शांति की कामना की.

शहर की मुख्य गोगामेड़ी में सुबह से ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया. शाम को मेले में श्रद्धालु नर नारियों की अपार भीड़ उमड़ी. मेड़ी में मातृ शक्ति, पुरुषों, युवाओं, युवतियों सहित बच्चों ने गोगाजी के दर्शन किए. शाम को जब शहर की गोगामेड़ियों से निशाना लेकर भक्त जब टोलियों के साथ लेकर मेला स्थल पहुंचे तो मेरा परवान पर जा पहुंचा. भक्त के नेतृत्व में गोगाजी के निशान व ढ़ोल, बाटका की धुन पर नृत्य करते युवा तो कुछ गोगा सांकळी से अपने सर पर वार करते भक्तों की गोगाजी के प्रति भक्ति का प्रकटीकरण देख लोग श्रद्धानवत हुए. करीब पन्द्रह से बीस फीट का निशान और उनकी साज सज्जा व ढ़ोल जैसे वाद्यौ पर नृत्य युवा मेले में आकर्षण का केन्द्र बने हुए थे.

    

भक्तों ने निशान के साथ गोगाजी के धोक लगाई:
भक्तों ने निशान के साथ गोगाजी के धोक लगाई और अगले साल सुख समृद्धि के साथ आने की कामना की. मेले में मेला स्थल पर तरह तरह की लगी स्टालों पर महिलाओं, बच्चों व युवाओं ने जमकर खरीदारी की. चाट, आइस्क्रीम, यहां का विशेष खाटा चूरी आदि की स्टालों व झूलों पर काफी भीड़ रही. मेरा स्थल पर गौड़ ब्राह्मण महासभा, श्याम भक्त मण्डल, विश्वकर्मा मंदिर प्रबंध समिति आदि संस्थाओं ने कैंप लगाकर जल की व्यवस्था की. गोगामेड़ी चेरिटेबल ट्रस्ट की और दर्शनार्थियों के लिए विभिन्न व्यवस्थाएं की गई.