सोलर लगाकर खुद को ठगा सा महसूस नहीं करेंगे उपभोक्ता ! प्रदेश के 25 हजार से अधिक रूफटॉप सोलर उपभोक्ताओं को बड़ी राहत

जयपुर: सोलर लगाकर उपभोक्ता अब खुद को ठगा सा महसूस नहीं करेंगे! प्रदेश के 25 हजार से अधिक रूफटॉफ सोलर उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है. ऐसे उपभोक्ताओं को अब स्लैबवार सस्ती बिजली का भी फायदा मिलेगा. ग्रिड इंट्रेक्टिव डिस्ट्रिब्यूटेड रिन्यूएबल एनर्जी जनरेटिंग सिस्टम रेग्यूलेशन में संशोधन किया गया है. राजस्थान विद्युत विनियामक आयोग ने जनहित में संशोधन जारी किया है. ऐसे में नेट बिजली उपयोग पर हायर स्लैब के बजाय हर स्लैब का फायदा मिलेगा. 

दरअसल, अभी रूफटॉप सोलर पैनल वाले उपभोक्ताओं की बिलिंग होती थी. नेट एनर्जी इम्पोर्ट पर हायर स्लैब 7.95 रुपए प्रति यूनिट की दर से चार्ज लिया जाता था. जबकि सामान्य उपभोक्ताओं के लिए 50 यूनिट पर 4.75 रुपए प्रति यूनिट, 51 से 150 यूनिट पर 6.50 रुपए, 151 से 300 यूनिट पर 7.35 रुपए प्रति यूनिट व 301 से 500 यूनिट पर 7.65 रु. व 500 से अधिक पर 7.95 रु. प्रति यूनिट निर्धारित दर है. 

 

अब उपरोक्त स्लैब के हिसाब से ही बिजली बिल में गणना होगी:
नए आदेश के बाद अब उपरोक्त स्लैब के हिसाब से ही बिजली बिल में गणना होगी. उपभोक्ता ने यदि डिस्कॉम से 200 यूनिट बिजली का  "नेट एनर्जी इम्पोर्ट" किया तो 7.95 रुपए के बजाय उसे स्लैबवार करीब दो रुपए तक सस्ती बिजली मिलेगी. साथ ही डिस्कॉम को दी गई बिजली की एवज में 3.26 रु. प्रति यूनिट का भुगतान मिलेगा. फर्स्ट इंडिया न्यूज ने सोलर उपभोक्ताओं का मुद्दा प्रमुखता से उठाया है.