ओडिशा ट्रेन हादसा- 39 और शव भुवनेश्वर स्थित एम्स लाए गए

भुवनेश्वर : ओड़िशा के बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे में 275 से अधिक लोगों की मौत और 1100 से अधिक लोग घायल हो गये हैं. ऐसे में अब हादसे में मारे गये लोगों की शिनाख्त के लिए बुधवार को 39 और लोगों के शव स्थानीय अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) लाये गए. ताकि शिनाख्त की प्रक्रिया पूरी होने के बाद इन शवों को बिना किसी परेशानी के उनके परिजनों को सौंपा जा सके.

शवों की संख्या बढ़कर 162-

अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि इन 39 शवों के साथ, एम्स लाए गए शवों की संख्या बढ़कर 162 हो गई और इनमें से 75 शव संबंधित परिवारों को सौंप दिये गये हैं. वहीं रेलवे की तरफ से कहा गया कि ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों के परिजनों को शवों की पहचान के लिए दूसरे अस्पतालों में नहीं जाना पड़े इसलिए इस तरह की व्यवसथा की जा रही हैं. क्योंकि लोग अपने परिजनों की तलाश में विभिन्न चिकित्सा संस्थान जा रहे हैं. 

 हेल्पडेस्क भी स्थापित-जेना

ओडिशा के मुख्य सचिव पी. के. जेना ने 6 जून को कहा था कि बालासोर ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 288 हो गई है. सभी अज्ञात शवों को पहचान के लिए यहां एम्स में वैज्ञानिक रूप से संरक्षित किया गया है. साथ ही मृतकों के परिजनों की सहायता के लिए अस्पताल में एक हेल्पडेस्क भी स्थापित किया गया है. मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि एम्स भुवनेश्वर ने शवों की उचित पहचान के लिए डीएनए नमूना प्रक्रिया शुरू कर दी हैं.

गौरतलब हैं कि ओडिशा के बालासोर में कोरोमंडल एक्सप्रेस दो जून को लूप लाइन पर खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई. जिससे कोरोमंडल एक्सप्रेस के अधिकतर डिब्बे पटरी से उतर गए. उसी समय वहां से गुजर रही तेज रफ्तार बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बों से टकरा कर पटरी से उतर गए.