रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बोले, सिविल सोसायटी जीवन गुणवत्ता सुधारने में सरकार की कर सकती है मदद

जयपुर: सी-20 के 3 दिवसीय शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि माता अमृतानंदमयी के प्रति गहरा सम्मान है. उन्होंने मानवता की सेवा की. वसुधैव कुटुंबकम् की भावना प्राणी,प्रकृति और पूरे जगत के प्रति सम्मान है. हम पूरे विश्व को अपना घर मानते हैं. उपनिषदों में कहा गया है-'जो पिंड में है वही ब्रह्मांड में है. जो जड़ में है वह चेतन में है. जो मेरे में है वही तुम्हारे में है. एकीकृत स्वास्थ्य की दिशा में वर्किंग ग्रुप काम कर रहा है. हम सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे. उससे निपटने में वर्किंग ग्रुप के सुझाव काम आएंगे. कई उदाहरण हैं जिसमे सरकार और सिविल सोसायटी ने पूरक का काम किया और साथ में चलकर मानवता के लिए काम किया है. हमारी पुरानी परंपरा में सिविल सोसायटी का सोशल कल्चरल वातावरण बनाने में अहम भूमिका का जिक्र. 

राजनाथ सिंह ने कहा कि सिविल सोसायटी और सरकार का काम करने का तरीका अलग है. सरकारी नीतियों और प्रोग्राम एक प्रक्रिया के जरिए होता है. सरकार के कामकाज के तरीके में सुधार में भी सिविल सोसायटी की भूमिका है. सोसायटी को धरातल की हकीकत का ख्याल होता है. इस अनुभव के जरिए सरकारों की पॉलिसी में अहम भूमिका निभा सकती है. उसमें नए विचार, नवाचारों को बढ़ावा दे सकती है. राजनाथ सिंह ने कहा कि सिविल सोसायटी जीवन गुणवत्ता सुधारने में सरकार की मदद कर सकती है. अम्मा से बेहतर उदाहरण नहीं हो सकता है. क्योंकि उन्होंने गरीबों के कल्याण के लिए कई काम किए. आप प्रेरणादाई हो. जी20 के मंच तले सस्टेनेबल डवलपमेंट,आर्थिक सहयोग के लिए हमें काम करना चाहिए. इसके जरिए संपूर्ण विकास का खाका खींच सकेगा. लचीली समावेशी रुख से वैश्विक स्तर पर मानवता की सेवा के लिए बेहतर नीतियां बन सकेंगी. अम्मा हमारे लिए पथ प्रदर्शक है. हमारी सबकी समस्या समान और हम अंदरूनी रूप से जुड़े हैं. जी 20 और सी 20 बेहतर विश्व बना सकेंगे.

माता अमृतानंदमयी ने कहा कि सी 20 की गतिविधियां समूहों के जरिए हो रही है. हमें यह मंच मिला जिसमें विचारों का आदान प्रदान कर सकते हैं. यह मानवता के लिए बड़ी उपलब्धि है. यह एक सकारात्मक संकेत है. सारी समस्याओं का एक साथ समाधान मुश्किल है. लेकिन हम धीरे धीरे आगे बढ़ रहे हैं. माता ने एक कहानी को भी सुनाया. जैसा कार पेट्रोल टैंक भरने पर चलती है. वैसे ये विचार हमें ऊर्जा देते हैं. हमारे कर्तव्यों के बारीन जब असमंजस हो. तब श्रीकृष्ण की सीख याद रखनी चाहिए. माता अमृतानंदमयी ने कहा कि कुछ ऐसे लोग सदा रहेंगे जो प्रगति में बाधा बनेंगे.उसके कारण स्वधर्म के पद से ना हटे. अभी हम मीटिंग ही कर रहे हैं, लेकिन दिलों को मिलाने का प्रयत्न करना चाहिए. जो कोई भी विश्वकर्म की ओर अग्रसर है.

वो कभी अकेला नहीं रहता. जगत की शक्तियां हमेशा उनके साथ रहेगी. जगत में इतना अन्याय देख आग की लपटों में कूदना चाहती थी. सवाल आया कि क्या हर कोई अपने ही पूर्व कर्मों का फल पा रहा है. यदि कोई असावधान व्यक्ति गड्ढे में गिर जाए. तो उस वक्त धर्म क्या है. उस समय धर्म उसे गड्ढे से निकालने का है. तब से लोगों की पीड़ा और दुख को दूर करने में जुट गई. माता अमृतानंदमयी ने कहा कि निर्धन परिवारों के लिए पेंशन स्कीम शुरू की. गरीबों के लिए पक्के घर बनाए. महिलाओं के लिए अमृता श्री स्वयं सहायता समूह की नींव रखी. लघु उद्योग शुरू करने में ऋण लेने की व्यवस्था की. कुछ छात्र कॉलेज में यूनिफॉर्म हटाने की फरियाद लेकर पहुंचे थे. मैंने छात्रों को कहा कि शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य संस्कृति का विकास है.यदि छात्रों को सही तरीके से समझाया जाए तो स्वभाव परिवर्तन संभव है. महिला सशक्तिकरण और समलैंगिकता पर पूरे विश्व में चर्चा हो रही है.आर्थिक रूप से कमजोर और पिछड़े क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं का सारा खर्च सरकार वहन करे.

माता अमृतानंदमयी देवी (अम्मा) ने कहा कि दो बच्चों तक ये व्यवस्था सरकार को करनी चाहिए. सरकार ने किन्नरों के विकास के लिए भी कई काम किए हैं, लेकिन समाज का बड़ा हिस्सा अभी भी उन्हें स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है. किन्नर समुदाय के प्रशिक्षण के लिए भी काम किया. दिव्यांग जनों को व्हीलचेयर जैसी सुविधाएं सस्ती दरों पर उपलब्ध कराई जाए, तो वो भी इधर उधर जाकर के आजीविका कमा सकते हैं. सरकार ऐसी कई योजनाएं क्रियान्वित कर चुकी है. फिर भी वो इस विषय को उठा रही है. एड्स के रोगियों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है. जिस पर शोध की जरूरत है. वैश्विक वित्तीय सहयोग जी20 सम्मेलन का मुख्य बिंदु है, लेकिन जलवायु परिवर्तन भी एक महत्वपूर्ण विषय है.इससे पहले सी-20 के तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन का उद्घाटन सत्र किया गया. अध्यक्ष माता अमृतानंदमयी देवी (अम्मा) ने दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया. सम्मेलन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मेक्सिको दूतावास के राजदूत फेडरिको सालास लोटफे, मंत्री शकुंतला रावत, विधायक जोगेन्द्र अवाना, जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा मौजूद रहे.