VIDEO: बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा की मांग, एक अदद टिकट मुस्लिम चेहरे को दी जाए, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन चुकी है. ऐसा सहयोग पहली बार बना है कि जब बीजेपी राज में एक भी मुस्लिम मंत्री नहीं है और ना ही भाजपा ने विधानसभा चुनाव में एक भी मुसलमान प्रत्याशी चुनावी समर में उतारा था. इतने पर भी भारतीय जनता पार्टी के राज्य अल्पसंख्यक मोर्चे का यह मानना है कि लोकसभा चुनाव में एक आदत टिकट जरूर मुस्लिम वर्ग के चेहरे को मिलेगा ! 

बीजेपी लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुट चुकी है. बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चे ने भी लोकसभा टिकट के लिए दावेदारी जताई है.करीब आधा दर्जन सीटों पर दावेदारी जताई इनमे से एक लोकसभा सीट प्राप्त हो जाए ये एक मांग है.

--भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे की लोकसभा सीटों पर दावेदारी--
नागौर
सीकर
चूरु
झुंझुनूं
टोंक सवाई माधोपुर
जयपुर शहर
अलवर

राजस्थान में मुस्लिम आबादी लगभग 9फीसदी है. 25 में से करीब 15 लोकसभा सीटों पर प्रभाव है. इनमे से भी सात सीटों पर मुस्लिम टिकट देने से समीकरण बनते और बिगड़ सकते है. कांग्रेस 25 में से कम से कम एक टिकट मुस्लिम चेहरे को अनिवार्य रूप से देती आई है लेकिन बीजेपी में ऐसा बिलकुल भी नहीं विधानसभा चुनावों में भी बीजेपी ने एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं दिया था. विधायक का टिकट ही नही दिया तो मंत्री काहे का रमजान खान और युनुस खान दो ऐसे चेहरे थे जो राजस्थान की बीजेपी की सरकारों में मंत्री रहे. रमजान खान थे भैरों सिंह शेखावत के विश्वस्त वहीं युनुस खान थे वसुंधरा राजे के सिपहसलार रमजान खान भैरों सिंह शेखावत सरकार में मंत्री रह चुके वहीं युनुस खान रह चुके वसुंधरा राजे में सरकार में नंबर टू पोजिशन वाले मंत्री रमजान खान तो चल बसे ,उधर टिकट नहीं मिलने की धारणा के कारण युनुस खान ने बीजेपी छोड़ कर डीडवाना से निर्दलीय चुनाव लड़ लिया.

युनूस खान विधायक बन गए विचारधारा का होने के कारण बीजेपी सरकार में उन्हें मंत्री बनाया जा सकता था लेकिन ऐसा नहीं हुआ. टिकट नहीं मिलने की धारणा के कारण ही बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चे के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अमीन पठान ने अपनी पार्टी को त्याग दिया और कांग्रेस का दामन थाम लिया अब युनुस खान और अमीन पठान दो बड़े मुस्लिम चेहरे इस समय बीजेपी में नही है, हबीबबुर्रहमान पहले ही बीजेपी छोड़ चुके. बहरहाल हिंदुत्व कार्ड के चलते बीजेपी शायद ही किसी मुस्लिम चेहरे को लोकसभा का टिकट थमाए.