VIDEO: राजस्थान क्रिकेट संघ में चुनावी घमासान, अध्यक्ष पद के लिए 8 अप्रैल को मतदान, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: वैभव गहलोत के इस्तीफा देने के बाद खाली हुए राजस्थान क्रिकेट संघ के अध्यक्ष पद के लिए चुनावी घमासान शुरू हो गया है चुनाव अधिकारी सुनील अरोड़ा ने विस्तृत चुनावी कार्यक्रम जारी कर दिया है लेकिन शुरुआती मतदाता सूची प्रकाशित होने के साथ ही विवाद भी शुरू हो गया है . भाजपा के दो नेता का नाम इस सूची में शामिल नहीं है. इस बीच भाजपा सरकार के मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के बेटे धनंजय खींवसर का अध्यक्ष बनना लगभग तय है.

राजस्थान क्रिकेट संघ के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव की घोषणा हो गई है. 8 अप्रैल को अध्यक्ष पद के लिए मतदान होगा. देश के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा को एक बार फिर आरसीए ने चुनाव कराने की जिम्मेदारी दी है . सुनील अरोड़ा ने आरसीए चुनाव का विस्तृत कार्यक्रम जारी कर दिया है.

-27 से 29 मार्च तक वोटर लिस्ट पर आपत्ति दर्ज कराई जा सकती है 
-एक व 2 अप्रैल को वोटर लिस्ट की आपत्तियों पर सुनवाई होगी 
-3 अप्रैल को फाइनल वोटर लिस्ट जारी कर दी जाएगी 
-4 अप्रैल को सुबह 11:00 से शाम 5:00 बजे तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे 
-5 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच होगी 
-6 अप्रैल को योग्य उम्मीदवारों की सूची जारी की जाएगी 
-7 अप्रैल को शाम 5:00 बजे तक नाम वापसी हो सकेंगे 
-अगर अध्यक्ष पद के लिए एक ही नामांकन आया तो 7 अप्रैल को ही परिणाम आ जाएगा
- एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 8 अप्रैल को सुबह 10:00 बजे से दोपहर 1:00 तक मतदान होगा
- 8 अप्रैल को मतदान के ठीक बाद परिणाम जारी कर दिया जाएगा

आरसीए अध्यक्ष पद के लिए चुनाव का कार्यक्रम तो जारी कर दिया है लेकिन आरसीए सचिव भवानी सामोता द्वारा जारी की गई मतदाता सूची को लेकर विवाद खड़ा हो गया है इस सूची में भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ के बेटे पराक्रम सिंह और भाजपा खेल प्रकोष्ठ के संयोजक बृजकिशोर उपाध्याय का नाम नहीं है . पराक्रम सिंह पिछले दिनों चूरू जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बने थे . हालांकि आरसीए ने इस चुनाव को वैधानिक नहीं माना था . वही बृज किशोर उपाध्याय दौसा जिला क्रिकेट संघ के सचिव होने का दावा कर रहे हैं . उनके पास आरसीए के सचिव भवानी सामोता द्वारा जारी किया गया एफीलिएशन सर्टिफिकेट भी है. लेकिन मतदाता सूची में बीके उपाध्याय की जगह प्रदीप नगर का नाम है. 

उपाध्याय ने आरोप लगाया की सोची समझी साजिश के तहत मेरा और पराक्रम सिंह का नाम गायब किया गया है उन्होंने कहा कि मैं या पराक्रम सिंह अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं इसलिए हमारा नाम मतदाता सूची में शामिल नहीं किया है. बीके उपाध्याय ने कहा कि वे चुनाव अधिकारी के समक्ष इस मतदाता सूची को चुनौती देंगे. हालांकि पराक्रम सिंह का अभी इस बारे में कोई बयान सामने नहीं आया है. इससे पहले 9 मार्च को जयपुर के केएल सैनी स्टेडियम में भाजपा सरकार के मंत्री गजेंद्र सिंह  के बेटे धनंजय सिंह को आरसीए का कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया था. अब आरसीए इस रिक्त पद के लिए चुनाव कर रहा है.