Nagaur News: रंजिश में गोतस्करी का फेक वीडियो सोशल मीडिया पर किया था शेयर, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

नागौर: गो तस्करी का एक आपत्तिजनक वीडियो को वायरल क्या हुआ उसने नागोर पुलिस के पसीने छुड़ा दिए. मुश्किल तब और बढ़ गई जब कुछ संगठनों के लोग सदर थाना पुलिस के पास पहुंचे और कार्रवाई की मांग करने लगे. आनन-फानन में पुलिस ने कार्रवाई कर इस झूठे वीडियो/शिकायत की पोल खोलते हुए मेरठ निवासी आरिफ को गिरफ्तार कर लिया.आरिफ खुद गो तस्कर है और हरियाणा में इस आरोप में जेल भी जा चुका है.

पुलिस के अनुसार आरिफ करीब दो महीने पहले अपने दो-तीन साथियों के साथ मेरठ से नागोर किसी मुर्गी फार्म में काम के हिसाब से आया था. यहां किसी बात पर कहा-सुनी हो गई तो आरिफ चला गया और वहां गो तस्करी के काम में जुट गया. इस दौरान वो पकड़ा गया और जेल भेज दिया गया. बताया जाता है कि उसे शक था कि नागोर में मृत पशु के ठेकेदार हमीद ने उसे फंसाया है.

रंजिश में ऐसे रची साजिश
ऐसे में उसने हमीद को फंसाने के लिए एक साजिश रची. असल में हमीद मृत पशु उठाने की ठेकेदारी करता है. किसी भी पशु के मरने पर उसको उठाने के काम में लगे हमीद के एक वाहन में मरे बछड़े को डालते हुए एक वीडियो बनाकर आरिफ ने वायरल कर दिया. साथ ही इस तरह की अफवाह फैला दी कि हमीद गो तस्करी में लिप्त है. इस संबंध में कुछ राजनीतिक/सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता सदर थाने पहुंचे. उन्होंने गो तस्कर को पकडऩे की मांग को लेकर हंगामा किया.

पुलिस ने आरोपी को इस तरह किया गिरफ्तार 
एसपी नारायण टोगस  एएसपी सुमित कुमार, सीओ ओमप्रकाश गोदारा तक मामला पहुंच गया. इधर, सदर सीआई सुखराम चोटिया ने एसआई अमरचंद, एएसआई महावीर सिंह कांस्टेबल कैलाश, गरीब राम व सीता की एक टीम गठित की. टीम वीडियो वायरल की जांच के लिए कुम्हारी में गांव गई. आसपास में जानकारी ली तो वहां मृत पशुओं के ठेकेदार का गोदाम मिला. तकनीकी अनुसंधान से वायरल वीडियो करने की कारस्तानी का खुलासा होने पर पुलिस ने दबिश देकर आरिफ को गिरफ्तार कर लिया.