औंधे मुंह गिरे अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम ! कब मिलेगी आमजन को राहत ? भारतीय तेल कंपनियों की मनमानी से उपभोक्ताओं को नुकसान

जयपुर: अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम औंधे मुंह गिरे हैं. इस वर्ष पहली बार कच्चे तेल के दाम 69 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आए हैं. आज अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 68 डॉलर प्रति बैरल होने के बावजूद भारतीय तेल कंपनियां चुप्पी साधे हुए हैं. 

बीते वर्ष के मध्य में कच्चे तेल के दाम एक बार 128 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गए थे. उस दौर में भारतीय तेल कंपनियां लगातार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा कर रही थी. इसके बाद 21 मई को केंद्र सरकार ने पेट्रोल डीजल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क में कमी कर उपभोक्ताओं को राहत दी थी. अब पिछले 1 वर्ष से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में लगातार कमी हो रही है और आज तो भारी गिरावट के बाद कच्चे तेल के दाम 68 डॉलर प्रति बैरल हो गए हैं. 

 

उपभोक्ताओं को कच्चे तेल की गिरती कीमतों का लाभ नहीं मिला: 
दूसरी तरफ भारतीय तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर रखे हुए हैं. इससे उपभोक्ताओं को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की गिरती कीमतों का लाभ नहीं मिला है. अब देश की जनता को इस बात का इंतजार है कि तेल कंपनियां कब अपनी मनमानी छोड़ेंगी और उपभोक्ताओं को पेट्रोल डीजल की कीमत में कमी कर राहत देंगी. अभी राजधानी जयपुर में पेट्रोल 108 रुपए 48 पैसे जबकि डीजल 93 रुपए 72 पैसे प्रति लीटर के स्तर पर बना हुआ है. जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार की गिरावट के मुताबिक पेट्रोल-डीजल के दामों में 10 से ₹15 प्रति लीटर की कमी की जा सकती है.