Delhi में फिर आ सकती बाढ़, यमुना एक बार फिर कर गई खतरे के निशान को पार

नई दिल्ली : हथिनीकुंड बैराज से नदी में पानी छोड़े जाने के कारण दिल्ली की यमुना नदी रविवार को एक बार फिर खतरे के निशान को पार कर गई, जिससे राजधानी में एक बार फिर बाढ़ आने की संभावना बढ़ गई है. राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी का जलस्तर शाम चार बजे तक खतरे के निशान को पार करते हुए 206.31 मीटर दर्ज किया गया.

इस बीच प्रशासन की ओर से निचले इलाकों को खाली कराने की घोषणा की जा रही है. इससे पहले सुबह राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी का जलस्तर 205.81 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 205.33 मीटर से थोड़ा ऊपर है. उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के बाद हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ा गया.

नोएडा के निचले इलाकों में भी अलर्ट जारी: 

राजस्व मंत्री आतिशी ने शनिवार को कहा कि बैराज से नदी में 2 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण दिल्ली सरकार हाई अलर्ट पर है. नोएडा में हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ने से शनिवार को निचले इलाकों में कई घर डूब गए. शनिवार को पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को लेकर अलर्ट जारी किया.

निचले इलाकों के घरों में घुसा पानी: 

निचले इलाकों में कुछ घरों में पानी घुस गया. एहतियात के तौर पर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सुरेशराव कुलकर्णी ने कहा, फिलहाल स्थिति सामान्य है और हम जल स्तर की निगरानी कर रहे हैं और इसके बारे में जागरूकता फैला रहे हैं. 13 जुलाई के बाद, यमुना 208.66 मीटर के सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद धीरे-धीरे कम हो रही थी, लेकिन पिछले दो-तीन दिनों में जल स्तर में मामूली उतार-चढ़ाव हुआ है.

दिल्ली में लोगों को जूझना पड़ा जलभराव व बाढ़ से: 

आठ दिनों तक सीमा से ऊपर बहने के बाद 18 जुलाई की रात 8 बजे जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ गया. 10 जुलाई को शाम 5 बजे नदी खतरे के निशान को पार कर गई, जिससे राष्ट्रीय राजधानी में व्यापक बाढ़ आ गई. नदी का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली में कई जगह जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति से जूझना पड़ा.