Goa में G-20 आयोजनों से पर्यटन क्षेत्र को मिलेगा बढ़ावा: मुख्यमंत्री सावंत

पणजी : मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत का कहना है कि गोवा में जी20 समूह से जुड़े कार्यक्रमों के आयोजन से इस तटीय राज्य को दुनिया के सामने अपने प्राकृतिक सौंदर्य और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन करने का मौका मिला है, जिससे यहां लंबी अवधि में पर्यटन क्षेत्र को और बढ़ावा मिलेगा.

पर्ल ऑफ द ओरिएंट करता है देश-दुनिया के पर्यटकों को आकर्षित:

‘पूरब का मोती’ (पर्ल ऑफ द ओरिएंट) कहलाने वाला गोवा अपने दिलकश तटों और ऐतिहासिक धरोहर स्थलों के चलते हर साल बड़े पैमाने पर देश-दुनिया के पर्यटकों को आकर्षित करता है.

गोवा में हुई जी20 की चौथी बैठक:

गोवा में हाल-फिलहाल में जी20 से जुड़े दो अहम आयोजन-पर्यटन कार्य समूह (टीडब्ल्यूजी) की चौथी बैठक (19-20 जून) और पर्यटन मंत्रिस्तरीय बैठक (21-22 जून) होने से इस तटीय राज्य में अब तक आयोजित जी20 कार्यक्रमों की कुल संख्या बढ़कर सात पर पहुंच गई है. यहां जुलाई में जी20 के और अहम कार्यक्रम होने हैं. सावंत ने बैठकों के इतर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि हम कुल मिलाकर जी20 की नौ बैठकों की मेजबानी कर रहे हैं.

रोडमैप दस्तसवेज जारी:

पणजी में टीडब्ल्यूजी की चौथी और अंतिम बैठक के उद्घाटन सत्र में शामिल जी20 प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महत्वपूर्ण बैठक सुनिश्चित करेगी कि स्थायी पर्यटन और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक रोडमैप को आकार दिया जाए. जी20 पर्यटन ट्रैक से जुड़ी दोनों अहम बैठकों के बाद एक गोवा रोडमैप और कार्ययोजना तथा मंत्रीस्तरीय परिणाम दस्तावेज भी जारी किया गया था.

जी20 पर्यटन ट्रैक से जुड़ी पांच प्राथमिकताओं का किया समर्थन: 

अधिकारियों ने 21 जून को बताया था कि पर्यटन क्षेत्र में टिकाऊ, लचीला और समावेशी विकास हासिल करने के लिए, सभी जी20 देशों ने हरित पर्यटन, डिजिटलीकरण और गंतव्य प्रबंधन सहित जी20 पर्यटन ट्रैक से जुड़ी पांच प्राथमिकताओं का समर्थन किया था. सावंत ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि हमें कुल मिलाकर जी20 की नौ बैठकों की मेजबानी करने का मौका मिला है. हमने (गोवा ने) जी20 आयोजनों के लिए जो तैयारियां कीं. उससे हम पूरी तरह से बदल गए. हम अपनी संस्कृति, विरासत और स्वास्थ्य एवं आध्यात्मिक पर्यटन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.

गोवा उभरेगा निश्चित विश्व के नक्शे पर: 

जी20 आयोजनों से गोवा पर पड़ने वाले असर के बारे में पूछे जाने पर सावंत ने कहा कि जी20 बैठकों के आयोजन के बाद से गोवा निश्चित तौर पर विश्व के नक्शे पर उभरेगा. मौजूदा समय में, राज्य का पर्यटन क्षेत्र वैश्विक स्तर पर बड़े पैमाने पर लोगों को आकर्षित करता है. आने वाले समय में यहां स्वास्थ्य एवं आध्यात्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.

बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस का किया दौरा: 

मुख्यमंत्री ने बताया कि निजी क्षेत्र की कई संस्थाएं गोवा में क्रूज पर्यटन में निवेश करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि 19 जून को मुख्य बैठक से इतर क्रूज पर्यटन को समर्पित दो सत्र आयोजित किए गए, जिसके तहत मंत्रिस्तरीय बैठक के बाद जी20 प्रतिनिधियों के एक समूह ने 22 जून को ओल्ड गोवा में ऐतिहासिक ‘बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस’ का दौरा किया, जो यूनेस्को की विश्व धरोहरों की सूची में शामिल है. सावंत के मुताबिक, जी20 प्रतिनिधियों ने म्यूजियम ऑफ क्रिश्चियन आर्ट (एमओसीए), पोंडा में प्राचीन मंगेशी मंदिर और 1590 में निर्मित पुर्तगाली युग की एक हवेली की भी यात्रा की, जहां उनके लिए एक भव्य भोज का आयोजन किया गया था. सोर्स भाषा