G20 कार्य समूह ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए ‘समावेशी, आम सहमति से काम करने’ पर बल दिया

गांधीनगर: पर्यावरण और जलवायु स्थिरता पर जी20 के कार्य समूह की मंगलवार को हुई बैठक में जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने के लिए ‘‘समावेशी और आम सहमति’’ के साथ सदस्य देशों के बीच साझेदारी और सहयोग पर बल दिया गया.

तेजी से कम हो रहे भूजल स्तर पर चिंता जतायी:
भारत की जी20 की अध्यक्षता के दौरान ‘पर्यावरण और जलवायु स्थिरता कार्य समूह’ (ईसीएसडब्ल्यूजी) की दूसरी बैठक में प्रतिभागियों ने बेहद तेजी से कम हो रहे भूजल स्तर पर चिंता जतायी और कहा कि सभी संभावित स्तरों पर सहयोग की प्रभावी जल संसाधन प्रबंधन (डब्ल्यूआरएम) में महत्वपूर्ण भूमिका है.

कार्य समूह ने कहा कि डब्ल्यूआरएम के कार्यान्वयन में पानी और भूजल की सामान्य समझ और निरंतर विकास के सिद्धांतों को एकीकृत करना महत्वपूर्ण है. इसने कहा कि डब्ल्यूआरएम उपायों जैसे पानी का मानवाधिकार, अच्छी सफाई और साफ पानी तक पहुंच, संसाधन के रूप में पानी को शामिल करने वाली हरित बहाली योजना आदि के कार्यान्‍वयन में समुदायों की भूमिका महत्वपूर्ण हैं.

मिशन पर विषयगत प्रस्तुतियां भी दी गईं:
बैठक में नमामि गंगे - प्रदूषण के प्रभावी उन्मूलन, गंगा के संरक्षण और कायाकल्प, जलवायु लचीले बुनियादी ढांचे-जल भंडारण/ बांध पुनर्वास और सुधार परियोजना (डीआरआईपी), भागीदारी भूजल प्रबंधन, जल जीवन मिशन - ग्रामीण भारत में सभी परिवारों को 2024 तक सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने की परियोजना, और स्वच्छ भारत - जल स्वच्छता और स्वच्छता के सार्वभौमिकरण और इसके प्रभावों पर परियोजना को पूरा करने के लिए एक एकीकृत संरक्षण मिशन पर विषयगत प्रस्तुतियां भी दी गईं. सोर्स-भाषा