VIDEO: गढ़ गणेश मंदिर रोप वे भूमि पूजन शिलान्यास विवाद ! आचार संहिता के कारण महेश जोशी नहीं कर पाए भूमि पूजन, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: संत-महंतों के सानिध्य में हुआ गढ़ गणेश रोप-वे का भूमिपूजन ! लेकिन इससे पहले देखने को मिला विवाद. जलदाय मंत्री और हवामहल विधायक डॉ महेश जोशी के शिलान्यास करने की बात से विवाद पनपा.बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का हवाला देते हुए प्रशासन को शिकायत की.फिर क्या चुनाव आयोग की टीम और पुलिस की मौजूदगी में हुआ भूमिपूजन.गढ़ गणेश महंत प्रदीप औदिच्य,गोविंद देवजी मंदिर महंत मानस गोस्वामी समेत प्रमुख संत-महंतों ने रखी रोप-वे की आधारशिला.भूमि पूजन के बाद मंत्री महेश जोशी भूमि पूजन स्थल पहुंचे.

जयपुर की स्थापना से पहले ब्रह्मपुरी के समीप एक पहाड़ी पर गढ़ गणेश मंदिर की स्थापना हुई थी.पहाड़ी पर बने गढ़ गणेश मंदिर के दर्शन गोविंद देवजी मंदिर से हो सके इस तरह की रचना यहां रची गई थी.विधि विधान,तंत्र मंत्र और ज्योतिष के अनुसार सवाई राजा जयसिंह ने जयपुर को बसाया.जयपुर के प्रथम पूज्य के तौर पर गढ़ डूंगरी पर गणेश मंदिर स्कीथापित हुआ.सालों से यहां रोप वे की मांग हो रही थी क्योंकि 300सीढ़ियों को चढ़ कर मंदिर तक जाना हर किसी के लिए संभव नहीं खासतौर से बुजुर्ग और दिव्यांग व्यक्तियों के लिए.शिलान्यास की बातें पहले भी हुई लेकिन सिरे से नहीं चढ़ी.जबकि रोप वे बनने से गढ़ गणेश जाने वाले श्रद्धालु और पर्यटकों को सुविधा होगी.गढ़ गणेश एक दर्शनीय स्थल भी गढ़ गणेश मंदिर के पीछे सुरम्य घाटी और पर्वतेश्वर शिव मंदिर है.अब जाकर मांग पूरी होने लगी तो विवाद पनप गया.चुनाव आयोग की टीम पहुंच गई भूमिपूजन-शिलान्यास कार्यक्रम को रुकवाने.

चुनाव आचार संहिता के तहतकोड ऑफ कंडक्ट के तहत लागू धारा-144 के उल्लंघन का दिया गया हवाला.कार्यक्रम आयोजक गढ़ गणेश महंत प्रदीप औदिच्य ने रखा अपना पक्ष,चुनाव आयोग टीम की आपत्ति के बाद भक्तों की भीड़ को हटाया गया मौके से,बाद में प्रसिद्ध पांच संत-महंतों की मौजूदगी में हुआ भूमिपूजन-शिलान्यास कार्यकम,गढ़ गणेश महंत प्रदीप औदिच्य,गोविंद देवजी मंदिर महंत मानस गोस्वामी,नहर के गणेश मंदिर महंत सहित अन्य संत-महंतों ने रखी रोप-वे की आधारशिला,भूमिपूजन के कुछ देर बाद मंत्री डॉ.महेश जोशी भी पहुंचे महंतों का आशीर्वाद लेने.

रोप वे भूमि पूजन को कांग्रेस को सियासी स्टंट बताते हुए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया.बड़ी संख्या में बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ता एकत्रित हो गए.टेंट तंबू प्रशासन को हटाने पद गए.हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला.जलदाय मंत्री डॉ.महेश जोशी ने BJP नेताओं पर लगाया राजनीति करने का आरोप.जोशी ने कहा कि 'एक तरफ तो वो लोग हिंदुत्ववादी होने का दंभ भरते हैं,दूसरी ओर मंदिर में भक्तों की सुविधा के बन रहे रोप-वे के काम में अड़ंगा डाल रहे हैं,दोहरा चरित्र रखने वाले नेताओं को समय आने पर जनता जवाब देगी,अभी मंदिर का काम है,इसलिए मैं कोई राजनीति नहीं करना चाहता''मैं पहला ऐसा जनप्रतिनिधि हूं,जिसने गोविंददेव मंदिर में विकास कराने का बीड़ा उठाया,आगे भी मैं अपनी पूरी ताकत से धार्मिक स्थलों के विकास में योगदान देता रहूंगा. रोप वे शिलान्यास कार्यक्रम से जुड़े हाई वोल्टेज ड्रामे में सिर्फ पांच लोगों की मौजूदगी में कार्यक्रम संपन्न कराने की अनुमति दी गई थी. छोटी काशी के प्रमुख और प्रसिद्ध पांच संत-महंतो की मौजूदगी में हुआ भूमिपूजन कार्यकम.एक विज्ञापन से उपजे विवाद के कारण डॉ महेश जोशी अपने हाथों से भूमि पूजन नही कर पाए ,चुनावी आचार संहिता आड़े आ गई.