गोवा सरकार की राज्य में कैंसर संस्थान बनाने की योजना, जानिए डिटेल्स

पणजी: गोवा सरकार राज्य में एक कैंसर संस्थान के निर्माण की योजना बना रही है, ताकि उसके बाशिंदों को इलाज के लिए अन्य राज्यों का रुख न करना पड़े. स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने यह जानकारी दी.

उन्होंने यह भी बताया कि गोवा मेडिकल कॉलेज में अगले महीने से समर्पित कैंसर बाह्यरोगी विभाग (ओपीडी) शुरू कर दिया जाएगा. राणे ने गोवा में कैंसर रोगियों के इलाज के वास्ते एक संस्थान स्थापित करने के उपायों पर चर्चा के लिए मुंबई स्थित टाटा मेमोरियल अस्पताल के अधिकारियों से बृहस्पतिवार को पणजी में मुलाकात की.

मोदी द्वारा परिकल्पित असम मॉडल के समान हो:
उन्होंने मुलाकात के बाद ट्वीट किया, “गोवा में कैंसर के मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर हम एक ‘राजकीय कैंसर संस्थान’ बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं, ताकि प्रदेश के लोगों को इलाज के लिए दूसरे राज्यों का रुख न करना पड़े. एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि टाटा मेमोरियल अस्पताल विश्व स्तरीय कैंसर उपचार सेवाएं और सुविधाएं प्रदान करता है. हम भारत सरकार, गोवा सरकार और टाटा मेमोरियल अस्पताल के बीच एक त्रिपक्षीय समझौता करना चाहते हैं, जो माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा परिकल्पित असम मॉडल के समान हो.

कैंसर ओपीडी 15 अप्रैल से काम शुरू कर दे: 
राणे ने कहा कि टाटा मेमोरियल अस्पताल सेवा, श्रम शक्ति, प्रशिक्षण और अनुसंधान के मामले में सभी तकनीकी सहायता मुहैया कराएगा. उन्होंने कहा, “हम 15 अप्रैल 2023 से एक पायलट योजना का आगाज करेंगे, जिसके तहत जीएमसी (गोवा मेडिकल कॉलेज) में एक समर्पित कैंसर ओपीडी शुरू की जाएगी. मैंने जीएमसी के डीन और स्वास्थ्य सचिव को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि समर्पित कैंसर ओपीडी 15 अप्रैल से काम शुरू कर दे. सोर्स-भाषा