Rajasthan Politics: बजरी और लाल डायरी समेत कई मुद्दों पर खुलकर बोले हरीश चौधरी, हनुमान बेनीवाल और राजेंद्र सिंह गुढ़ा को घेरा

जयपुर: बजरी, लाल डायरी समेत कई मुद्दों को लेकर पूर्व मंत्री हरीश चौधरी ने बुधवार प्रेस वार्ता में खुलकर जवाब दिया. उन्होंने बजरी के मसले पर RLP प्रमुख हनुमान बेनीवाल का घेराव किया. कांग्रेस राष्ट्रीय नेता और पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी ने राजेंद्र सिंह गुढ़ा के लगाए आरोप और लाल डायरी के मामले में कहा कि जो आरोप लगा रहे, वो किसी एजेंसी के पास जाकर लगा सकते थे.ये विधानसभा में सत्ता पक्ष की ओर से लाए गए संकल्प को डायवर्ट करने का षड्यंत्र था. 

नेता प्रतिपक्ष चाहते थे कि संकल्प पर चर्चा ना हो...चौधरी ने कहा कि राजस्थान की जनता को सस्ती बजरी, कानून और नियम में परिवर्तन से ही मिलेगी, केंद्र सरकार से एक नई पॉलिसी बनाने की मांग की. पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद और बायतु हरीश चौधरी ने लाल डायरी के मसले पर बीजेपी को आड़े हाथ लिया. चौधरी ने बातों बातों में कह कह दिया कि राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने राजेंद्र राठौड़ के साथ मिलकर लाल डायरी का ताना बाना बुना...मकसद विधानसभा के फ्लोर पर आ रहे संकल्प से धयान भटकाना क्योंकि संकल्प केंद्र सरकार को आईना दिखाने का काम कर रहे थे. हरीश चौधरी ने कहा कि राजेंद्र सिंह गुढ़ा को सदन में अपनी बात कहनी थी तो नियमों के तहत आते हैं.  

बेनीवाल बजरी से जुड़े आंदोलन और विवाद किसके हित के लिए कर रहे हैं? 
हरीश चौधरी ने आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल पर तीखे तेवर में आरोप लगाते हुए सवाल किया कि बजरी से जुड़े आंदोलन और विवाद किसके हित के लिए कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि अभी जुलाई और अगस्त के महीने में खनन नहीं हो सकता, तो बजरी बेच कौन रहा है? सिर्फ लीज़धारक को ही इसका अधिकार है. इस व्यवस्था ने लीज़धारकों को एक मोनोपॉली दे दी है, जिसका वो फायदा उठा रहे हैं. बेनीवाल की मंशा सिर्फ इन ठेकेदारों की मदद करना है. इससे मार राजस्थान के आम उपभोगताओं को पड़ेगी. खनन के ऊपर लागू पेनल्टी में भी जनता का ही नुकसान है.

राजस्थान सरकार राज्य में छोटे लीज़धारक को बढ़ावा देगी:
प्रेस वार्ता में हरीश चौधरी ने कहा कि राजस्थान की जनता को सस्ती बजरी कानून और नियम में परिवर्तन से ही मिलेगी. उन्होंने केंद्र सरकार से एक नई पॉलिसी बनाने की मांग की और यह भी कहा कि राजस्थान सरकार राज्य में छोटे लीज़धारक को बढ़ावा देगी और उनको संरक्षण का भी प्रावधान बनाएगी. उन्होंने देश और राजस्थान के संपूर्ण किसानों को नॉन-कमर्शियल ट्रैक्टर के अधिकार की भी मांग की, और कहा कि इससे किसान आर्थिक रूप से सफल होंगे!

   

एक बार फिर जुबानी जंग शुरू हो गई:
बहरहाल प्रेस वार्ता के बाद एक बार फिर हरीश चौधरी और हनुमान बेनीवाल के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई. हरीश चौधरी लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं. जवाब बेनीवाल दे देंगे लेकिन विधानसभा चुनावों के वक्त भी दिखेगी शुरुआत बजरी से हो चुकी है.