Rajasthan: सेंट्रल पार्क के नजदीक नवनिर्मित गांधी वाटिका का किया लोकार्पण, 85 करोड़ रुपए की लागत से जेडीए ने किया है निर्माण

जयपुर: कांग्रेस नेता राहुल गांधी, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज सेंट्रल पार्क के नजदीक नवनिर्मित गांधी वाटिका का लोकार्पण किया.

जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से करीब 85 करोड रुपए की लागत से सेंट्रल पार्क से लगती भूमि पर गांधी वाटिका का निर्माण किया गया है. आज इस गांधी वाटिका का लोकार्पण कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया. इस दौरान राज्य सरकार के मंत्री, विधायक और आला अफसर मौजूद थे. लोकार्पण के बाद राहुल गांधी ने पूरी गांधी वाटिका का निरीक्षण किया. प्रोजेक्ट के कंसल्टेंट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे को गांधी वाटिका के विभिन्न भागों की जानकारी दी. आपको बताते हैं कि इस वाटिका में क्या खास है और किस तरह इसका निर्माण किया गया है

- गांधी वाटिका के निर्माण के लिए गांधी विचारकों की 11 सदस्य कमेटी का गठन किया था 

- इस कमेटी के मार्गदर्शन में ही गांधी के विचारों और दर्शन के लिए शोध कर वाटिका के लिए कंटेंट तैयार किया गया 

- इस कंटेंट के आधार पर बिल्डिंग का नक्शा बनाया गया 

- इस वाटिका का कुल क्षेत्रफल 14500 वर्ग मीटर है 

- डिजिटल एवं नवीन तकनीक पर निर्मित इस वाटिका के तीन हिस्से हैं 

- अंग्रेजों के भारत आगमन से लेकर महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका प्रवास तक को बेसमेंट में अंकित किया गया है

- इस तल को पांच खंडों में बांटा गया है

- लोअर ग्राउंड में गांधी के भारत आगमन से लेकर उनकी मृत्यु तक की घटित घटनाओं को जीवंत प्रस्तुत किया गया है

- इस मंजिल को भी अलग-अलग घटनाओं के अनुसार पांच खंडों में बांटा गया है

- तीन खंडों में विभाजित अपर ग्राउंड में विशेष पुस्तकाल,सेमीनार हॉल और कॉफ्रेंस कक्ष निर्मित किए गए हैं

- सेंट्रल पार्क के वातावरण को ध्यान में रखते हुए इस वाटिका का निर्माण किया गया है

- गांधी दर्शन और गांधी के जीवन से जुड़ी घटनाओं और देश के स्वतंत्रता आंदोलन से आंगतुक रूबरू हो सकेंगे

- इसके लिए विभिन्न नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल इस प्रकार किया गया है

- ताकि यहां आने वाला व्यक्ति खुद को इन सबसे जोड़ सके

गांधी वाटिका का भवन की दीवारों पर मिट्टी की लिपाई की गई है. ताकि यह भवन सेंट्रल पार्क के अनुसार नेचर फ्रेंडली दिख सके.

- वाटिका में हरियाली को बढ़ावा देने के लिए लगभग 14 हजार पेड़ पौधे लगाए गए

- पूरी बिल्डिंग को वाई-फाई इनेबल्ड बनाया गया

- भवन में 100 किलोवाट का सोलर सिस्टम लगाया गया है

- 100% पावर बैकअप के द्वारा आपातकालीन परिस्थितियों के लिए भवन तैयार किया गया

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचार,सिद्धांत और दर्शन से आज की युवा पीढ़ी को साक्षात दर्शन कराने के लिए इस गांधी वाटिका का निर्माण किया गया है. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से जुड़ा यह केंद्र देश भर में अपने आप में अनूठा है.