Amit Shah का दावा, हेमंत सरकार के कार्यकाल में झारखंड में आदिवासियों का प्रतिशत घटा

देवघर: केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को दावा किया कि झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार के शासनकाल में जनसांख्यिकी में बदलाव आया है और कुल जनसंख्या में ‘आदिवासियों’ की हिस्सेदारी घटी है.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता शाह ने यहां भाजपा की 'विजय संकल्प महा रैली' को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि भारी घुसपैठ के कारण आदिवासियों की आबादी 35 प्रतिशत से घटकर 24 प्रतिशत रह गई है, जिसे हेमंत सोरेन सरकार द्वारा वोट बैंक की राजनीति के लिए "प्रोत्साहित" किया गया है. उन्होंने घुसपैठियों पर राज्य में जमीन हड़पने का आरोप लगाया.

शाह ने आरोप लगाया कि हेमंत बाबू न केवल भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, बल्कि जनसांख्यिकीय परिवर्तन के पीछे भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है. घुसपैठिए यहां आ रहे हैं. आदिवासियों की संख्या कम हो रही है. घुसपैठिए आदिवासियों की जमीन हथिया रहे हैं.आदिवासी लड़कियों पर अत्याचार कर रहे हैं. हेमंत सोरेन इसे वोट बैंक की राजनीति के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं.

भाजपा जनसांख्यिकी में बदलाव नहीं होने देगी:
उन्होंने कहा कि साहिबगंज, पाकुड़, गोड्डा, दुमका और जामताड़ा में जनजातीय आबादी "घट रही है" और आरोप लगाया कि वोट बैंक की राजनीति और कांग्रेस के दबाव" के कारण सोरेन में इसके खिलाफ बोलने का "साहस नहीं" है. शाह ने कहा, "भाजपा जनसांख्यिकी में बदलाव नहीं होने देगी. राज्य में झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन पर निशाना साधते हुए भाजपा नेता शाह ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार देश में सबसे भ्रष्ट है. रेल के डिब्बों और ट्रैक्टरों का उपयोग करके संसाधनों को लूटा जा रहा है. लोग इस सरकार को राज्य की सत्ता से हटा देंगे क्योंकि वह विकास की उन आकांक्षाओं को पूरा करने में विफल रही है जिसके लिए अलग राज्य बनाया गया था. शाह ने कहा कि भाजपा अगले साल होने वाले चुनाव में राज्य की सभी 14 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करेगी.

सोरेन सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही:
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि झारखंड के जामताड़ा और देवघर साइबर अपराध का केंद्र बन गए हैं और केंद्र ने इस पर रोक लगाने के लिए झारखंड की मदद करने की कोशिश की. पिछले साल दुमका में 12वीं कक्षा की एक छात्रा की हत्या का जिक्र करते हुए, शाह ने कहा कि आदिवासी लड़कियों की हत्या की जा रही है, जबकि हेमंत सोरेन सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है.

इस छात्रा को उसका पीछा करने वाले ने जिंदा जला दिया था. उन्होंने पिछले साल दिसंबर में साहिबगंज में एक विशेष रूप से कमजोर आदिवासी समूह की महिला की हत्या का भी जिक्र किया. शाह ने लोगों को मुफ्त कोविड-19 रोधी टीके के अलावा झारखंड में एम्स और देवघर में हवाई अड्डे जैसी विकास परियोजनाओं को उल्लेखित किया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार केवल "लूट और भ्रष्टाचार" में लिप्त है.

38,000 शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी:
शाह ने दावा किया कि यह "केंद्र ही था जिसने ऑपरेशन 'ऑक्टोपस' और 'डबल बुल' आदि अभियानों द्वारा बूढ़ा पहाड़ और लोहरदगा क्षेत्रों को नक्सलियों से मुक्त कराया. उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया बजट आदिवासी क्षेत्रों के विकास की शुरुआत करेगा और 740 'एकलव्य मॉडल' स्कूलों के लिए 38,000 शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी.

विधानसभा सीटों में से 14 सीटें उसकी झोली में आयी:
संथाल परगना में शाह के दौरे को अहम माना जा रहा है क्योंकि इसे 2024 के लोकसभा चुनाव के प्रचार के तौर पर देखा जा रहा है. संथाल परगना को सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) गठबंधन का "गढ़" माना जाता है क्योंकि छह जिलों में फैली 18 विधानसभा सीटों में से 14 सीटें उसकी झोली में आयी थीं. शाह ने जनवरी में चाईबासा का दौरा किया था और हेमंत सोरेन सरकार से अन्य देशों के घुसपैठियों को रोकने का आह्वान किया था. उन्होंने कहा था कि वे (घुसपैठिए) आदिवासी महिलाओं से शादी करके झारखंड में जमीन हड़पने पर तुले हैं.

कांग्रेस और झामुमो ने एक-एक सीट हासिल की थी:
राज्य में झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल में "भ्रष्टाचार चरम पर होने’’ का दावा करते हुए शाह ने कहा था कि राज्य सरकार ने "आदिवासी भूमि घुसपैठियों को सौंप दी. आजसू पार्टी के साथ गठबंधन में भाजपा ने 2019 के चुनावों में राज्य की 14 लोकसभा सीटों में से 12 पर जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस और झामुमो ने एक-एक सीट हासिल की थी. सोर्स-भाषा