Maharashtra कांग्रेस व राकांपा कर्नाटक के Cm सिद्धारमैया को रविवार को करेंगी सम्मानित

बेंगलुरु: 23 जून (भाषा) महाराष्ट्र की प्रदेश कांग्रेस कमेटी और सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) पिछले महीने कर्नाटक में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की भारी जीत के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को रविवार को सम्मानित करेंगी. 

मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से यहां जारी यात्रा कार्यक्रम के अनुसार, सिद्धारमैया यहां से कोल्हापुर के लिए उड़ान भरेंगे, जहां से वह महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सड़क मार्ग से सांगली जाएंगे. दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद सिद्धारमैया की यह पहली महाराष्ट्र यात्रा होगी. 

मुख्यमंत्री के करीबी सूत्रों ने बताया कि इसके बाद सिद्धारमैया राकांपा प्रमुख शरद पवार के निमंत्रण पर पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होल्कर विकास प्रतिष्ठान द्वारा 18वीं शताब्दी की मराठा रानी अहिल्यादेवी होल्कर की जयंती पर आयोजित एक समारोह में भाग लेने के लिए बारामती जाएंगे. सूत्रों के अनुसार, वहां भी मुख्यमंत्री को सम्मानित किया जाएगा.

पवार ने नौ जून को सिद्धारमैया को पत्र लिखकर उन्हें पुणे जिले में राकांपा नेता के गृह क्षेत्र बारामती में आमंत्रित किया था और कहा था कि महाराष्ट्र के लोग उनका अभिनंदन करना चाहेंगे. राकांपा प्रमुख ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनावों ने धर्मनिरपेक्ष ताकतों की शक्ति का प्रदर्शन किया है और एक बार फिर देश की राजनीतिक गतिशीलता में बदलाव का मार्ग प्रशस्त किया है. 

राज्यसभा सदस्य एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पवार ने पत्र में कहा, चुनाव की गूंज पूरे महाराष्ट्र तक पहुंच गई है और यहां के लोग महाराष्ट्र में आपका स्वागत एवं अभिनंदन करने के लिए उत्साहित हैं. पवार के अनुसार, धनगर समुदाय ने सिद्धारमैया को आमंत्रित करने और सम्मानित करने की पहल की है. इस समुदाय ने उनके पूरे राजनीतिक करियर में लगातार उनका समर्थन किया है. 

राकांपा प्रमुख ने कहा कि धनगर समुदाय के नेताओं ने अहिल्यादेवी होल्कर की जयंती के अवसर पर सिद्धरमैया को सम्मानित करने की इच्छा जताई है. पवार ने कहा, मैं (धनगर) समुदाय और महाराष्ट्र के लोगों की ओर से आपको व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित करता हूं. 

दस मई को कर्नाटक में हुए चुनाव में कांग्रेस ने 224-सदस्यीय विधानसभा में 135 सीट जीतकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता से बेदखल कर दिया. भाजपा को सिर्फ 66 सीट मिलीं वहीं पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के नेतृत्व वाला जनता दल (सेक्युलर) केवल 19 सीट ही हासिल कर पाया. सोर्स भाषा