जयपुर: खान विभाग ने मेजर मिनरल के ब्लॉक्स की नीलामी ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. जहां पिछले वित्त वर्ष में 15 ब्लॉक्स को नीलाम किया था वहीं इस वित्त वर्ष के पहले पांच महीने में ही 9 ब्लॉक्स की नीलामी में सफलता प्राप्त की है. इनमें भी 5 बेस मेटल के ब्लॉक्स शामिल हैं. खान मंत्री प्रमोद जैन भाया के नेतृत्व में खान महकमे के इस रिकॉर्ड प्रदर्शन से प्रदेश में खनन राजस्व, रोजगार आर खनिज आत्मनिर्भरता बढ़ी है.
जिला ब्लॉक खनिज फर्म
नीम का थाना न्योराना दांदेला आयरन ओर पैसिफिक इंडस्ट्रीज
उदयपुर हरियाव जसपुरा लाइमस्टोन उदयपुर सीमेंट
राजसमंद खाखलिया खेड़ा बेस मेटल SMO Ferro Alloys
उदयपुर पिपलियां बेस मेटल SMO Ferro Alloys
उदयपुर मानपुरा बेस मेटल SMO Ferro Alloys
नीम का थाना लाडली का बास आयरन ओर स्पंज सेल्स इंडिया
नीम का थाना काला कोटा आयरन ओर एमरेल्ड बिल्डहोम
उदयपुर लडाना बेस मेटल SMO Ferro Alloys
चित्तोड़ भाभरिया का खेड़ा बेस मेटल SMO Ferro Alloys
प्रदेश में खनन राजस्व, रोजगार और खनिज उत्पादन को लेकर खान विभाग ने झंडे गाढ़ दिए हैं. खान मंत्री प्रमोद जैन भाया, एसीएस वीनू गुप्ता और खनन निदेशक संदेश नायक की तिकड़ी कमाल कर रही है. अभी तक मेजर मिनरल ब्लॉक की नीलामी के नाम पर लाइम स्टोन के ब्लॉक ही नीलाम होते रहे हैं. अब इस कड़ी में बेस मेटल, आयरन ओर और मैंगनीज जैसे बेशकीमती खनिजों के नाम भी जुड़ गए हैं. प्रदेश में पहली बार ऐसा हुआ है जब बेस मेटल के पांच ब्लॉक्स के कंपोजिट लाइसेंस की सफल नीलामी की गई है. आयरन ओर के तीन और एक ब्लॉक लाइमस्टोन का भी नीलाम किया गया है.
पांच महीने में ही खान विभाग ने मेजर मिनरल के 9 ब्लॉक नीलाम किए:
वित्त वर्ष 2022-23 में मेजर मिनरल के 15 ब्लॉक्स नीलाम किए जा सके थे जबकि चालू वित्त वर्ष 2023-24 के पहले पांच महीने में ही खान विभाग ने मेजर मिनरल के 9 ब्लॉक नीलाम किए हैं. खान मंत्री प्रमोद जैन भाया का कहना है कि साढ़े चार वर्ष पहले तक खनन क्षेत्र में निवेशक इसलिए नहीं आ पाते थे कि उन्हें विभिन्न तरह की अनापत्ति प्राप्त करने में पसीने आ जाते थे. जीएसआई से खान विभाग का समन्वय नहीं था, लेकिन कांग्रेस सरकार आने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में खान विभाग ने निवेशकों की राह आसान कर दी. विभिन्न विभागों में समन्वय बनाया गया, जिलावार मिनरल ब्लॉक्स तैयार करवाए गए और अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई कि नए खनिजों के ब्लॉक तैार कर उन्हें ई ऑक्शन के प्लेटफार्म पर लाया जाए.
प्रदेश में लाखों युवाओं को रोजगार मिल रहा:
दरअसल, जितनी तेजी से पिछले साढ़े चार वर्ष में मेजर मिनरल के ब्लॉक्स को तैयार कर उन्हें नीलाम किया गया है उससे प्रदेश में लाखों युवाओं को रोजगार मिल रहा है, सरकार के राजस्व में वृद्धि हुई है और खनिज उत्पादन बढ़ा है. माना जा रहा है कि इस वित्त वर्ष की समाप्ति तक खान विभाग तीन दर्जन से अधिक ब्लॉक्स को नीलामी के लिए रखेगा और ये सभी ब्लॉक्स नीलाम करने में सफलता मिली तो इस वित्त वर्ष में इतिहास रचा जाएगा. दरअसल खनन निदेशक संदेश नायक के पास अतिरिक्त निदेशक महेश माथुर, एमपी मीणा, बीएस सोढ़ा और जेके गुरुबक्षाणी, डीपी गौड़ जैसे काबिल अफसरों की एक ऐसी फौज है जो लगातार इस दिशा में काम कर रही है. ऐसे में आने वाले महीनों में ब्लॉक्स के ऑक्शन में विभाग को अधिक सफलता मिलने की उम्मीद है.