लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार ने चयन प्रक्रिया में धांधली, अव्यवस्था, अराजकता और भ्रष्टाचार का अंत कर दिया है. मुख्यमंत्री योगी ने शुक्रवार को लोकभवन में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा 75 जिलों के लिए चयनित 7,182 एएनएम (सहायक नर्सिंग मिडवाइफ) को नियुक्ति पत्र वितरित करने के बाद सभी को बधाई दी और कर्तव्य पालन का ईमानदारी से निवर्हन करने की सीख भी दी.
इस मौके पर योगी ने अपने संबोधन में कहा, 'पिछले छह वर्ष के अंदर किसी भी चयन प्रक्रिया में हमने धांधली, अव्यवस्था, अराजकता और भ्रष्टाचार को स्वीकार नहीं किया है. चाहे वह उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग हो, उत्तर प्रदेश अधीनस्थ चयन आयोग हो, उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा चयन आयोग हो, माध्यमिक चयन आयोग हो, पुलिस की भर्ती हो या बेसिक शिक्षा परिषद की भर्ती हो, इस प्रक्रिया को पूरे पारदर्शी तरीके से संपन्न किया गया. उन्होंने कहा कि जो लोग भी चयनित हुए हैं उनमें से किसी को भी सिफारिश कराने की जरूरत नहीं पड़ी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक लंबी लड़ाई को आगे बढ़ाने के बाद इतनी ढेर सारी बहनों को एक साथ नियुक्ति पत्र वितरण का कार्य हो रहा है. उन्होंने कहा कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने चयन की प्रक्रिया को पूरी पारदर्शी तरीके से आगे बढ़ाया है.
योगी ने कहा कि हर चयन की प्रक्रिया में लोग कुछ न कुछ विघ्न-बाधा डालने का प्रयास करते हैं, लेकिन उनके अनैतिक कार्यों पर हमने प्रहार किया है. मुख्यमंत्री ने चयन प्रक्रिया में आई दिक्कतों का जिक्र करते हुए कहा, 'हमने नियुक्ति पत्र देने का कार्यक्रम तय किया था, लेकिन उसे निरस्त करना पड़ा, क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने स्थगनादेश जारी कर दिया था. हम नहीं चाहते थे कि आपकी नियुक्ति में कोई विघ्न पड़े. उन्होंने कहा कि पिछले छह वर्ष में ‘राष्ट्रीय स्वास्थ्य’ के अंतर्गत जो आंकड़े आए हैं वो बहुत सकारात्मक बदलाव को दिखाते हैं क्योंकि संस्थागत प्रसव काफी बढ़ा है और एनीमिया को नियंत्रित करने में सफलता मिली है.
उन्होंने कहा कि मातृ मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर को नियंत्रित करने में सफलता प्राप्त हुई है. योगी ने कहा कि ईमानदारी से इस चयन प्रक्रिया को पूर्ण किया गया है, लेकिन शासन की यह अपेक्षा भी है कि प्रदेश की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिले. इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पार्थसारथी सेन शर्मा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे. सोर्स- भाषा