कोरोना काल में बेटे को खोकर डिप्रेशन में आई महिला, अपहरण की रची साजिश

जयपुरः राजधानी के मानसरोवर थाना इलाके में घर के बाहर खेल रही ढाई वर्ष की बालिका का अपहरण करने का मामला सामने आया है. घटना के 20 घंटे बाद बालिका घर से एक किलोमीटर दूर मिली, तब जाकर पुलिस और बालिका के परिजनों ने राहत की सांस ली. बालिका एक उस मां के साथ थी जिसने कोरोना काल में अपने बेटे को खोया था और तभी से वो डिप्रेशन में आ गई थी. देखिए ये रिर्पोट

शहर के पॉश इलाके मानसरोवर में घर के बाहर खेल रही ढाई वर्षीय बालिका वृतिका मां के बार बार बुलाने पर भी कोई आवाज नही दी.तो मां ने बाहर आकर देखा.तो उसे वृतिका नही दिखी.कोई अनहोनी होने की बात सोचकर मां मन ही मन घबराने लगी. ढाई साल की मासूम मां ने उसके पिता रतन सिंह को तुरंत यह बात बताई और दोनो ने आसपास रहने वाले लेागो से पूछा.लेकिन सभी ने यही कहा की उन्होने वृतिका को नही देखा. करीबन दो घंटे तक तलाशने के बाद पिता रतन सिंह थकहार कर मानसरोवर थाने पहुंचे और पुलिस अधिकारियेां से  बालिका के लापता होने की बात कही.छोटी बालिका के लापता होने की बात सुनते ही पुलिस अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए.और एसीपी संजय शर्मा ने टीम का गठन कर बालिका की तलाश में लगाया. 

रात गहराती जा रही थी और पुलिस टीमे लगातार आगे से आगे बढ रही थी.लेकिन सुबह होने तक बालिका का कोई पता नही लगा.तभी एक सीसीटीवी
कैमरे में फुटेज खंगालने पर सामने आया की बालिका एक महिला और लडकी की साथ जा रही थी..फिर क्या था पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आगे बढने लगी तभी थाने के एक कांस्टेबल ने बताया की रात को एक ई रिक्शा वाले ने तीनो को सिटी पार्क के पास छोडा था.पुलिस ने ई रिक्शा चालक की तस्दीक कर उससे पूछताछ शुरू की.और पूछताछ में बाद पुलिस टीम घटना स्थल के एक किलोमीटर के दायरे में बने एक घर पहुचे और अन्दर जा कर देखा तो बालिका आराम से सो रही थी.और उसके पास ही बालिका का अपहरण करने वाली महिला बैठी थी. बालिका को सकुशल देखकर पुलिस ने राहत की सांस ली और बालिका का अपहरण करने वाली और उसकी बेटी सहित बालिका को थाने ले आए. 

पुलिस की प्रारम्भिक पूछताछ में सामने आया की जिस महिला ने बालिका का अपहरण किया था उसका छोटे बेटे की कोरोना काल में मौत हो गई थी
और तभी से वो महिला डिप्रेशन में आ गई थी. गुरूवार शाम जब महिला अपनी 14 वर्षीय बेटी के साथ घर लौट रही थी तो ढाई वर्षीय बालिका अपने घर के बाहर खेल रही थी.और महिला ने उस बालिका का हाथ पकड कर अपने साथ चलने को कहा. मासूम भी महिला के साथ चल दी.घर आकर महिला  ने पहले मासूम के बाल काटे और उसके बाद उसके बाल काटकर खाना खिलाया और उसे सुला दिया.

बहरहाल पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने एक मासूम को उसक मां से मिलवा दिया.लेकिन जरूरत हमे भी है की हम छोटे बच्चो का ध्यान रखे और घर के बाहर खेलते समय उन पर नजर रखे जिससे की इस  प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति ना हो सके.
सत्यनारायण शर्मा,फर्स्ट इंडिया न्यूज ,जयपुर