नई दिल्ली। कई दशकों से बॉलीवुड पर राज करने वाले फिल्म अभिनेता, डायरेक्टर और पटकथा लेखक कादर खान का आज सुबह 81 साल की उम्र में निधन हो गया।खान के निधन की पुष्टि उनके बेटे सरपाज ने की। खान कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थे वो प्रोग्रेसिव सुपरन्यूक्लियर पाल्सी नामक बिमारी से पीड़ित थे। इस बीमारी से व्यक्ति का शारीरिक संतुलन खोने लगता है। इसकी वजह से उठने, बैठने, चलने और बात करने में दिक्कत होती है। साथ ही व्यक्ति भूलने भी लगता है।
बतादें इससे पहले अमिताभ बच्चन ने कादर खान की सलामती और स्वस्थ होने की कामना की थी। कादर खान और अमिताभ बच्चन ने साथ में 'दो और दो पांच", 'मुकद्दर का सिकंदर', 'मिस्टर नटवरलाल', 'सुहाग', 'कुली' और "शहंशाह "जैसी फिल्मों में काम किया है।
गौरतलब है कि काबुल में जन्में कादर खान ने 1973 में राजेश खन्ना की फिल्म 'दाग' के साथ फिल्मी दुनिया में पदार्पण किया था। खान ने 300 से अधिक फिल्मों में काम किया है। उन्होंने 250 से ज्यादा फिल्मों के लिए संवाद लिखे हैं।
अभिनेता बनने से पहले वह रणधीर कपूर और जया बच्चन की फिल्म 'जवानी दीवानी' के लिए संवाद लिख चुके थे। पटकथा लेखक के तौर पर खान ने मनमोहन देसाई और प्रकाश मेहरा के साथ कई फिल्मों में काम किया। देसाई के साथ उन्होंने 'धर्म वीर', 'गंगा जमुना सरस्वती', 'कुली', 'देश प्रेम', 'सुहाग', 'परवरिश' और 'अमर अकबर एंथनी' जैसी फिल्में कीं और मेहरा के साथ उन्होंने 'ज्वालामुखी', 'शराबी', 'लावारिस', 'मुकद्दर का सिकंदर' जैसी फिल्मों में काम किया है। कादर खान ने 90 के दशक में गोविंदा के साथ कई हिट कॉमेडी फिल्मों में काम किया।