अमेरिका अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के ख़िलाफ़ महाभियोग जांच में पहली बार वॉशिंगटन में सार्वजनिक सुनवाई की जा रही है.अमरीकी राष्ट्रपति पर आरोप है कि उन्होंने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन और उनके पुत्र के ख़िलाफ़ जांच शुरू करने के लिए यूक्रेन पर दबाव बनाया. अमरीकी राष्ट्रपति इस आरोप से इनकार करते हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि डेमोक्रेट नीत हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स में उनके खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया एक ढकोसला है और इसे नहीं होने देना चाहिए. महाभियोग के तहत सार्वजनिक सुनवाई बुधवार को शुरू हुई जब यूक्रेन के कार्यवाहक राजदूत विलियम टेलर और यूरोपीय तथा यूरेशियाई मामलों के लिए उप सहायक विदेश मंत्री जॉर्ज केंट ने खुफिया सूचना पर सदन की स्थाई प्रवर समिति के सामने पांच घंटे से अधिक समय तक अपने बयान दर्ज कराए.
टेलीविजन कैमरे के सामने हो रही सुनवाई की शुरुआत प्रतिनिधि सभा की खुफिया मामलों की संसदीय समिति के प्रमुख एडम स्किफ ने की.ट्रंप पर राष्ट्रपति पद के संभावित डेमोक्रेट उम्मीदवार जोए बाइडेन तथा उनके बेटे हंटर के खिलाफ निजी तौर पर राजनीतिक लाभ पाने के लिए यूक्रेन के अधिकारियों पर दबाव बनाने के नाते पद के दुरुपयोग के आरोप हैं. हंटर यूक्रेन की एक गैस कंपनी के बोर्ड में रहे हैं.
अमेरिका में और उसके बाहर करोड़ों लोग इस सार्वजनिक सुनवाई के सजीव प्रसारण को देख रहे हैं. ट्रंप ने महाभियोग की प्रक्रिया को खारिज किया है और इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई करार दिया है. सार्वजनिक सुनवाई शुक्रवार को भी होगी.अमरीका में 2020 में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं और डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से संभावित उम्मीदवार जो बाइडेन हैं.
अमरीका के इतिहास में चौथी बार महाभियोग की सुनवाई हो रही है. तीसरी बार इसकी कार्यवाही को टेलीविज़न पर दिखाया जा रहा है.अमेरिका में इससे पहले 1868 में तत्कालीन राष्ट्रपति एंड््रयू जॉनसन, 1974 में रिचर्ड निक्सन और 1998 में बिल क्लिंटन पर महाभियोग चला है