VIDEO: जयपुर में आग में जिंदा जल गई 5 जिंदगियां, तीन मासूम बच्चों सहित जिंदा जल गए माता-पिता

जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर में भंयकर अग्निकांड का मामला सामने आया है.  जिसमें पूरा परिवार जिंदा जल गया. मरने वालों में मजदूर दम्पत्ति के साथ-साथ उनके तीन बच्चे शामिल है. घटना विश्वकर्मा थाना क्षेत्र के जैसल्या गांव की है. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और फायर बिग्रेड की मदद से आग पर काबू पाया गया. पुलिस ने जले हुए शवों को बाहर निकलवाया. पुलिस ने पांचों शवों को मोर्चरी में रखवाया है. 

सुबह के सात बजे थे.हर कोई अपने अपने दैनिक कार्य मे व्यस्त था की अचानक इस मकान के एक कमरे से चीखने की आवाजें सुनाई देने लगी.इतना ही नही कमरे के गेट पर लगी जाली से धुंवा भी बाहर आने लगा.इससे कमरे से बाहर एकत्रित हुए लोग ये तो समझ गए कि कमरे में भीषण आग लगी है.लोगो ने कमरे का गेट भी खोलना चाहा लेकिन आग लगातार भयावह होती दिख रही थी.कमरे के अंदर से चीखने चिल्लाने की आवाजें लगातार बढ़ती जा रहीं थी.लोगों की सूचना पर पुलिस और दमकल सहित सिविल डिफेंस की टीम भी मौके पर पहुंची और दमकल कर्मियों ने कमरे में पानी फेकना शुरू किया.चीखने चिल्लाने की आवाजें अब सिसकियों में बदल गई थी.लेकिन जैसे जैसे आग पर काबू पाया गया.सिसकीओ की आवाजें भी बंद हो गई थी.दरअसल कमरे में मौजूद माता पिता और उनकी दो बेटियां ओर डेढ़ साल का बेटा सभी जिंदा जल चुके थे.

शहर के विश्वकर्मा इलाके में अल सुबह हुए इस अग्निकांड में परिवार का मुखिया राजेश, उनकी पत्नी रूबी, 7 वर्ष की बेटी ईशु,4 वर्षीय बेटी कुशमनी ओर डेढ़ माह का बेटा दिलखुश की दर्दनाक मौत हो गई.पुलिस अधिकारियो की माने तो सुबह 7 बजे के आसपास किराये के एक कमरे में राजेश की पत्नी चाय बना रही थी.कमरा छोटा था ऐसे में गैस सिलेंडर ओर चूल्हा दोनों कमरे के गेट को बंद कर उसके पास रखे गए थे.चाय बनाते समय अचानक सिलेंडर से गैस लीकेज होने लगी और उसी गेस ने आग पकड़ ली.जैसे जैसे गैस लीकेज में तेजी आ रही थी आग भी विकराल होती गई और  परिवार का कोई भी सदस्य गेट को नहीं खोल सका.

एसीपी विश्वकर्मा अशोक चौहान ने बताया कि म्रतक राजेश ओर पूरा परिवार बिहार का रहने वाला है.राजेश यहां एक फैक्ट्री में काम करता है और कुछ दिनों पहले वो छुट्टी लेकर अपने गांव बिहार गया था और कल ही बिहार स वापिस लौटा था.पुलिस ने मृतक परिवार के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी है, जिनके जयपुर पहुँचने पर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जाएगा. बरहहाल थोड़ी सी लापरवाही के चलते एक हंसता खेलता परिवार काल के ग्रास में समा गया.जो दर्द उन्होंने सहा है उसकी तो कल्पना भी नही की जा सकती.ऐसे में जरूरत है सावधान ओर सजग रहने की, जिससे की ऐसी घटनाओं की पुनरावर्ती ना हो सके.

...सत्यनारायण शर्मा फर्स्ट इंडिया न्यूज,जयपुर