ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 811वां उर्स, पाकिस्तानी जायरीनो का दल 2 साल बाद अजमेर पहुंचा

अजमेर: विश्व प्रसिद्ध सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 811 वां उर्स शुरू हो चुका है, जिसमें देश के कोने कोने से जायरीन दरगाह जियारत के लिए अजमेर पहुंच रहे हैं.  वही बुधवार को पाकिस्तानी जायरीनो का दल 2 साल बाद अमृतसर से ट्रेन के जरिए अजमेर पहुंचा . जिन्हें कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बसों में बैठाकर सेंट्रल गर्ल्स स्कूल पहुंचाया गया . 

गरीब नवाज के उर्स में शिरकत करने के लिए हर साल पाकिस्तान के नागरिक दरगाह में जियारत के लिए आते हैं . इसी कड़ी में आज 240 पाक जायरीन का जत्था अजमेर पहुचा. 2 साल बाद पाक नागरिको ने अजमेर में आकर अपनी खुशी का इजहार किया और कहा कि अजमेर आकर उन्हें दिली सुकून मिला है . पाकिस्तान से आये जायरीनों के दल में लगभग 240 लोग शामिल थे .

वहीं पाकिस्तानी नागरिकों के अजमेर पहुंचने को लेकर खुफिया एजेंसियों व पुलिस प्रशासन ने स्टेशन पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर रखी थी साथ ही पूरे प्लेटफार्म को भी खाली करा दिया गया था . स्टेशन पहुंचने के बाद जिला प्रशासन के अधिकारियों ने सभी की गिनती कर उनको बस से अपने निर्धारित स्थान सेंट्रल गर्ल्स स्कूल पहुंचाया .जहां इन सभी के ठहरने की व्यवस्था को गयी है. पाक नागरिकों का दल 2 फरवरी तक अजमेर में रुकेगा . इस दौरान वह गरीब नवाज की बारगाह में अकीदत के फूल और मखमली चादर का नजराना भी पेश करेंगे . वही अजमेर पहुंचे पाक नागरिकों ने अजमेर पहुचने पर अपनी खुशी का इजहार किया..