नई दिल्ली: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को कहा कि उपराज्यपाल ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान को समय रहते मंजूरी नहीं देने के लिए बहाने बना रहे हैं. साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के स्तर को लेकर उनकी गंभीरता पर सवाल भी उठाए.
दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) ने बृहस्पतिवार को कहा था कि वह ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान स्थगित कर रही है क्योंकि अभी इसे उपराज्यपाल की तरफ से मंजूरी नहीं मिली है. इसके साथ ही उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना और दिल्ली सरकार के बीच नए मुद्दे पर बहस शुरू हो गई. हालांकि उपराज्यपाल कार्यालय के सूत्रों ने कहा कि राय ने अभियान शुरू करने की तिथि के बारे में सच नहीं बताया.
अभियान को जल्द से जल्द मंजूरी देने की अपील करता हूं:
सूत्रों ने दावा किया कि ‘आप’ सरकार ने उपराज्यपाल को निर्णय लेने के लिए मजबूर करने के मकसद से ऐसा किया. राय ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, “दिल्ली के उपराज्यपाल प्रदूषण के स्तर से वाकिफ नहीं हैं या फिर वह ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान को समय पर मंजूरी नहीं देने के लिए बहाने बना रहे हैं. मैं उनसे अभियान को जल्द से जल्द मंजूरी देने की अपील करता हूं.
28 अक्टूबर को शुरू करने का फैसला लिया गया:
राय ने कहा कि पहले 31 अक्टूबर से अभियान शुरू करने की योजना थी. उन्होंने कहा कि हालांकि बाद में जब दिवाली के पश्चात प्रदूषण बढ़ने का पूर्वामुमान लगाया गया, तो इसे 28 अक्टूबर को शुरू करने का फैसला लिया गया. महीने भर के ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान का मकसद वाहन चालकों को ट्रैफिक सिग्नल पर रेड लाइट के दौरान गाड़ी बंद करने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि प्रदूषण में कमी लाई जा सके. सोर्स-भाषा