जालोर। जालोर में सरकार की प्रभावी मॉनिटरिंग के चलते गांवों में बिजली तंत्र का बड़े स्तर पर विस्तार हुआ है। गांव जोड़ने के बाद अब ढाणियां भी रोशनी से दूर नहीं रहेगी जिसको लेकर सरकार का एक्शन प्लान धरातल पर तेजी से चल रहा है।
राजस्थान प्रदेश के अंतिम छोर में बचा गुजरात से सटा हुआ जालोर जिला जो लंबे समय से पिछड़े जिले की श्रेणी में आता हैं। लेकिन केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनने ओर प्रदेश में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की सरकार बनने के बाद जालोर के गांवो में बिजली तंत्र का बड़े स्तर पर विस्तार हुआ है। जिलेभर में देश की आजादी के बाद जिन गांवों में बिजली दूर-दूर तक नहीं देखने को मिलती थी वहां आज सरकार की प्रभावी मॉनिटरिंग के चलते पहली बार बिजली पहुंच गई। लोग अपने घर में पहली बार जलते बल्ब को देख कर उत्साह से झूम उठे। डिस्कॉम का दावा है कि जिले में अब राजस्व ग्राम बिजली तंत्र से वंचित नहीं है लेकिन बिजली कनेक्शन से वंचित ढाणियों को जोड़ने को लेकर सरकार का एक्शन प्लान धरातल पर तेजी से काम चल रहा है।
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना मार्च 2017 में समाप्त कर इसी योजना को न्यू योजना के नाम से शुरू किया गया जिसमें जिले में 26976 ढाणियों को बिजली कनेक्शन से जोड़ने का सरकार की ओर से डिस्कॉम को लक्ष्य दिया गया। सरकार की प्रभावी मॉनिटरिंग के चलते जिले में चार हजार ढाणियों को अभी तक बिजली कनेक्शन से जोड़ दिया गया बाकी की बिजली कनेक्शन से वंचित ढाणियों को जोड़ने के लिए तेज गति से डिस्कॉम काम कर रहा है। डिस्कॉम के एक्शन एक्सईएन अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि BPL परिवारों को यह सरकार की बड़ी सौगात है जिसमें BPL परिवारों को निशुल्क बिजली के कनेक्शन दिए जा रहे हैं अब सरकार की प्रभावी मॉनिटरिंग से एक भी गरीब परिवार की ढाणी बिजली से वंचित नहीं रहेगी।