जयपुर: जयपुर एयरपोर्ट को अक्टूबर से नया टर्मिनल भवन मिल सकता है. जयपुर एयरपोर्ट प्रशासन नए भवन के लोकार्पण के लिए प्रयास कर रहा है. संभावना यह है कि अक्टूबर माह के दूसरे सप्ताह में इसका लोकार्पण किया जा सकता है. कैसे बना है एयरपोर्ट का टर्मिनल-1, क्या-क्या हैं सुविधाएं और क्या नया बदलाव होगा. 15 जुलाई 2013 तक जयपुर एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स का संचालन 2 टर्मिनल भवनों के जरिए होता था. मौजूदा टर्मिनल-2 से जहां घरेलू फ्लाइट्स संचालित होती थीं, वहीं इंटरनेशनल फ्लाइट्स के संचालन के लिए सांगानेर स्थित टर्मिनल-1 को निर्धारित किया हुआ था. लेकिन 16 जुलाई 2013 को एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 को बंद कर दिया गया. तब इंटरनेशनल फ्लाइट्स को भी टर्मिनल-2 पर शिफ्ट कर दिया गया.
वर्ष 2017 में जब जयपुर एयरपोर्ट के टर्मिनल-2 पर यात्रीभार काफी अधिक हो गया तो एयरपोर्ट प्रशासन को इसे फिर से शुरू करने के विकल्प पर विचार करना पड़ा. तब टर्मिनल-1 को नए सिरे से रिनोवेट कराने का निर्णय हुआ. अब पिछले 3 साल की अवधि में टर्मिनल-1 के भवन को नए सिरे से तैयार कर लिया गया है. 2 मंजिला भवन का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और इसे करीब 11500 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनाया गया है. यानी कि टर्मिनल-2 की तुलना में इस बिल्डिंग का एरिया करीब आधा है. टर्मिनल-1 के रिनोवेशन कार्य पर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने करीब 67 करोड़ रुपए का बजट खर्च किया है. भवन का मुख्य द्वार भी राजस्थान के किलों के दरवाजों की तर्ज पर बनाया गया है. अडानी समूह अब टर्मिनल-1 की बिल्डिंग में कुछ जरूरी बदलावों को करने में लगा है, जिससे अक्टूबर से इसे शुरू किया जा सके.
जानिए, कैसा बना है एयरपोर्ट का टर्मिनल-1 :
- एयरपोर्ट टर्मिनल-1 का भवन 2 मंजिला बनाया गया
- ग्राउंड फ्लोर से यात्रियों का आवागमन रहेगा, फर्स्ट फ्लोर पर कार्यालय बनाए
- अराइवल एरिया में कस्टम के 4 और डिपार्चर एरिया में 2 काउंटर बनाए गए
- इमिग्रेशन के 8 काउंटर अराइवल में और 8 काउंटर डिपार्चर एरिया में बनाए
- एयरलाइंस के लिए डिपार्चर एरिया में 10 चैक इन काउंटर बनाए गए
- यात्रियों के लिए ग्राउंड फ्लोर पर 2 बोर्डिंग गेट बनाए गए
- यानी एक समय पर 2 फ्लाइट्स का संचालन संभव हो सकेगा
- एयरोब्रिज नहीं बनने से यात्री फ्लाइट से सीधे विमान में आ-जा नहीं सकेंगे
- हालांकि इंटरनेशनल फ्लाइट के लिए सुरक्षा लिहाज से एयरोब्रिज होना जरूरी
एयरपोर्ट प्रशासन ने इसे इंटरनेशनल फ्लाइट्स के लिए चिन्हित किया है. आपको बता दें कि कोरोना से पूर्व जयपुर एयरपोर्ट से रोजाना 7 इंटरनेशनल फ्लाइट्स का संचालन हो रहा था. अब वर्तमान में 6 इंटरनेशनल फ्लाइट चल रही हैं. इनमें से 2 फ्लाइट दुबई के लिए चल रही है. जबकि शारजाह, मस्कट, आबूधाबी और बैंकॉक के लिए एक-एक फ्लाइट उपलब्ध हैं. टर्मिनल-1 को शुरू करने के लिए सीआईएसएफ ने 200 अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के लिए प्रस्ताव भिजवाया हुआ है, हालांकि अभी प्रस्ताव को हरी झंडी नहीं मिल सकी है. अभी जयपुर एयरपोर्ट पर करीब 600 सुरक्षाकर्मी हैं, टर्मिनल-1 शुरू होने पर इनकी संख्या 800 से अधिक हो जाएगी. वहीं अडानी समूह ने टर्मिनल-1 पर खान-पान और शॉपिंग के लिए दुकानें खोलने की तैयारी भी शुरू कर दी है. फ्लाइट संचालन शुरू करने से पहले यहां कई दुकानें खोली जाएंगी. कुलमिलाकर उम्मीद की जानी चाहिए कि अक्टूबर माह से जयपुर को फ्लाइट संचालन के लिए नया टर्मिनल मिल सकेगा.