नई दिल्ली: उत्तर भारत में भी दक्षिण भारतीय फिल्मों की लोकप्रियता बढ़ने के मामले में अभिनेता अजय देवगन का कहना है कि गैर-हिंदी फिल्मों की सफलता का प्रमुख कारण पूरे भारत में प्रचार की उनकी रणनीति है. जब देवगन से कहा गया कि क्या दक्षिण भारत के दर्शकों के बीच उत्तर की फिल्मों को इतनी लोकप्रियता नहीं मिली है तो उन्होंने कहा कि ऐसी बात नहीं है.
53 वर्षीय अभिनेता-निर्माता-निर्देशक ने सोमवार को कहा कि दक्षिण के फिल्म निर्माता अपनी फिल्मों की पटकथा इस तरह से बनाते हैं कि भाषा की सीमा से परे बड़े दर्शक वर्ग तक पैठ बना सकें. बड़ी सुपरहिट फिल्म आरआरआर में छोटा सा किरदार अदा करने वाले देवगन ने कहा कि ऐसा नहीं है कि यहां की फिल्में (उत्तर की) वहां (दक्षिण में) नहीं जातीं. मेरे विचार से किसी ने उत्तर की किसी फिल्म को दक्षिण में इतने बड़े स्तर पर रिलीज नहीं किया है.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि अगर उन्हें फिल्मों को उत्तर भारत में रिलीज करना होता है तो वे उत्तर से कलाकारों को भी लेते हैं और उसके हिसाब से पटकथा रचते हैं ताकि पूरे भारत में काम करे. वह अपने निर्देशन में बनी फिल्म रनवे 34 के दूसरे ट्रेलर के लांच के मौके पर बोल रहे थे. फिल्म 2015 के एक सच्चे घटनाक्रम से प्रेरित है और कैप्टन विक्रांत खन्ना (अजय देवगन अभिनीत) की कहानी है.(भाषा)