बिजनीः बीजेपी के वरिष्ठ नेता और गृहमंत्री अमित शाह ने हाल ही में विपक्ष के नेता को खरी-खरी बात कही है. शाह ने कहा है कि बीजेपी असम को फिर से घुसपैठियों का अड्डा नहीं बनने देगी. असम में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए एआईयूडीएफ प्रमुख अजहर बदरुद्दीन से कहा है कि बीजेपी पिछले पांच वर्षों के दौरान उनके द्वारा अतिक्रमण की गई जमीन को छुड़ाने के बाद असम को फिर से घुसपैठियों का अड्डा नहीं बनने देगी.
अजहर का दावा अगली सरकार के गठन का ताला-चाबी उनके हाथ में
कल ही बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि सरकार की चाबी मेरे पास है जैसे चाहूँगा वैसे चलाऊंगा, जिसको चाहूँगा उसे मंत्री बनाऊंगा।
— Amit Shah (@AmitShah) March 31, 2021
अरे बदरुद्दीन, सरकार की चाबी आपके हाथ में नहीं है, असम की जनता के हाथ में है।
कान खोलकर सुन लो बदरुद्दीन अजमल, भाजपा असम को घुसपैठियों का अड्डा नहीं बनने देगी। pic.twitter.com/RHYdCMY1nS
गौरतलबग है कि अजहर ने दावा किया था कि राज्य में अगली सरकार के गठन का ताला-चाबी (एआईयूडीएफ का चुनाव चिन्ह) उनके हाथ में है. उनके इसी बयान पर तंज कसते हुए अमित शाह ने कहा है कि ये तो जनता तय करेगी की असम में सत्ता कौन चलाएगा. शाह ने चिरांग जिले के बिजनी में रैली को संबोधित करते हुए कहा है कि कान खोल कर सुन लो अजहर, असम को फिर से घुसपैठियों का अड्डा नहीं बनने देंगे.
कांग्रेस पर घुसपैठ को रोकने में नाकाम होने का आरोप लगाया
शाह ने कहा है कि अजमल दावा करते हैं कि सरकार बनाने का ताला-चाबी उनके हाथ में है और वो तय करेंगे की असम में सरकार कौन बनाएगा. शाह ने आगे कहा है कि उन्हें पता नहीं है कि ताला चाबी जनता के हाथ में है. इस दौरान शाह ने कांग्रेस पर घुसपैठ को रोकने में नाकाम होने का आरोप भी लगाया है. शाह ने कहा है कि हमें पांच साल दे दीजिए, आदमी तो क्या, परिंदे भी घुस नहीं पाएंगे.
पीएम मोदी ने की थी बोडो समझौते की पहल
दशकों तक असम में आंदोलन होते रहे, गुमराह नौजवानों व असम के नागरिकों पर गोली चलती रही लेकिन कांग्रेस ने कुछ नहीं किया।
— Amit Shah (@AmitShah) March 31, 2021
कांग्रेस ने सिर्फ सत्ता के लिए बोडो-नॉन बोडो, अपर-लोअर असम, असामी व बंगाली को आपस में लड़ाने का काम किया।
भाजपा ने बोडोलैंड समझौता कर असम में शांति स्थापित की। pic.twitter.com/vrH1mdQFCg
उन्होंने दावा किया है कि केन्द्र सरकार और सीएम सर्बानंद सोनोवाल की डबल इंजन सरकार ने सफलतापूर्वक हिंसा को रोकने और आंदोलन के दौर को समाप्त करने का काम किया है. उन्होंने आगे कहा है कि पांच साल पहले मैं यहां राष्ट्रीय अध्यक्ष के रुप में आया था और आप से हिंसा, आंदोलन को खत्म करने और विकास करने का वादा किया था. उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी ने बोडो समझौते की पहल की थी जिससे शांति स्थापित हुई है.