जयपुर: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य के लिए पहल कर रहा है. इस कड़ी में राज्य के सभी 33 जिलों में स्टेट बैंक के स्तर पर शनिवार व रविवार को दो दिन बैठकों का दौर रहा. इन बैठकों में जमीनी स्तर पर आ रही समस्याएं, उनके समाधान व बैंकिंग सेवाओं के विस्तार व बैंक के कारोबार में बढ़ोतरी के लिए 8 बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चाएं हुई.
जरूरतों के आधार पर योजनाएं:
बैंक के शीर्ष कार्यकारी अधिकारी व उप प्रबंध निदेशक बी रमेश बाबू की अगुवाई में यह बैठक जयपुर में भी आयोजित हुई. इस बैठक में बैंक के राजस्थान के प्रभारी अधिकारी व CGM रवीन्द्र पाण्डेय भी मौजूद रहे. बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए दोनों अधिकारियों ने बैंक की भावी योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि आने वाले समय में ग्राहकों की जरूरतों के आधार पर योजनाएं बनाई जाएंगी. केन्द्र सरकार की मंशा के अनुरुप देश में नकद लेनदेन के स्थान पर डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किए जाएंगे.
बैकिंग के केन्द्रीयकरण पर फोकस:
वहीं उन्होंने बताया कि अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में ऋण बढ़ाने के तरीकों, आंकड़ों के विश्लेषण, तकनीक का उपयोग बढ़ाने व बैकिंग के केन्द्रीयकरण पर फोकस किया जाएगा. इससे वरिष्ठ नागरिकों, किसानों, छोटे उद्यमियों, युवाओं, महिलाओं व छात्रों की जरूरतों के अनुसार बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध हो सकेगी. उन्होंने कहा कि बैठक में आने वाले सुझावों को आगामी 22 व 23 अगस्त को जयपुर में प्रस्तावित राज्य स्तरीय बैंकिंग समन्वय समिति को भेजा जाएगा. इस मौके पर बैंक के DGM भजनलाल, CDO चन्द्रशेखर शर्मा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे.
... संवाददाता विमल कोठारी की रिपोर्ट