कोलकाता: कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' के बंगाल चरण के तहत दक्षिण 24 परगना जिले के गंगा सागर द्वीप से बुधवार सुबह यात्रा को रवाना किया गया. कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने इस यात्रा को हरी झंडी दिखाई.
पश्चिम बंगाल में इस यात्रा का नाम बदलकर 'सागर से पहाड़ तक' कर दिया गया है. 'भारत जोड़ो यात्रा' राज्य के विभिन्न जिलों से होकर गुजरेगी और लगभग 800 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर 23 जनवरी को उत्तर बंगाल के कर्सियांग में समाप्त होगी. पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल नहीं होने के फैसले के लिए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की आलोचना की है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने टीएमसी को इस यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था. अधीर ने यह भी कहा कि यात्रा का बंगाल चरण भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विरोधी सभी ताकतों की भागीदारी के लिए खुला हुआ है.
इस यात्रा में शामिल नहीं होने का फैसला किया:
उन्होंने मंगलवार को कोलकाता में संवाददाताओं से कहा था कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने तृणमूल कांग्रेस को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया था. संसद में उनके नेता सुदीप बंद्योपाध्याय को निमंत्रण पत्र भेजा गया था. लेकिन, उन्होंने इस यात्रा में शामिल नहीं होने का फैसला किया.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हालांकि, हम राज्य इकाई ने टीएमसी को अपनी रैली में भाग लेने के लिए आमंत्रित नहीं किया है. लेकिन, हमारा निमंत्रण उन सभी के लिए है, जो मानते हैं कि भाजपा को सत्ता से हटाने की जरूरत है. यह तानाशाही के खिलाफ एक आंदोलन है.
पंजाब और अंत में जम्मू-कश्मीर की ओर बढ़ेगी:
कन्याकुमारी से सात सितंबर को शुरू हुई ‘भारत जोड़ो यात्रा’ अब तक आठ राज्यों-तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान से गुजर चुकी है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही इस पदयात्रा ने अब तक 2,800 किलोमीटर से अधिक दूरी तय की है. यात्रा दिल्ली में लगभग आठ दिनों के विराम के बाद उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और अंत में जम्मू-कश्मीर की ओर बढ़ेगी.
अन्य वर्गों के लोगों की भागीदारी देखी गई:
इसमें पूजा भट्ट, रिया सेन, सुशांत सिंह, स्वरा भास्कर, रश्मि देसाई, आकांक्षा पुरी और अमोल पालेकर जैसी फिल्मी और टेलीविजन हस्तियों के साथ-साथ समाज के कई अन्य वर्गों के लोगों की भागीदारी देखी गई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के अलावा पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल एल रामदास, शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की सुप्रिया सुले और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन सहित कई अन्य हस्तियां भी समय-समय पर इस पदयात्रा में शामिल हुई हैं. सोर्स-भाषा