जयपुर: राजधानी जयपुर सहित अजमेर और टोंक के लाखों परिवारों की लाइफ लाइन बना बीसलपुर इस बार भीषण जल संकट के दौर से गुजर रहा है. अब मानसून का काउंटडाउन शुरू हो चुका है और एक-एक दिन बीसलपुर के साथ ही इन लाखों परिवारों के लिए बेहद मुश्किल और इंतजारभरा है. यदि समय रहते मानसून की मेहरबानी नहीं हुई तो जुलाई के बाद नियमित रूप से पानी की सप्लाई होना संभव नहीं हो सकेगा. बीसलपुर बांध में पानी का जलस्तर तेजी के साथ गिर रहा है.
बीसलपुर बांध में केवल 8 से 10 फीसदी पानी ही बचा
इस वक्त बीसलपुर बांध में केवल 8 से 10 फीसदी पानी ही बचा है. बांध का जल स्तर रोजाना डेढ़ से दो सेमी गिर रहा है. यह तय है कि जल्द ही पानी की आवक शुरू नहीं हुई तो देखते ही देखते बीसलपुर बांध भी सूख जाएगा. फिलहाल बीसलपुर बांध के बीच का हिस्सा टापू में तब्दील हो चुका है.
बांध में जुलाई तक ही नियमित सप्लाई का पानी
विशेषज्ञों के अनुसार बीसलपुर बांध में जुलाई तक ही नियमित सप्लाई का पानी है. इसके बाद पानी की सप्लाई कर पाना संभव नहीं होगा. हालांकि हर किसी को उम्मीद है कि जल्द ही मानसून सक्रिय होगा और एक बार फिर बीसलपुर बांध लाखों परिवारों के जिंदगी के लिए वरदान साबित होगा.
बीसलपुर बांध एक नजर में
- कुल भराव क्षमता : 39.70 टीएमसी
- उपयोग क्षमता : 33.15 टीएमसी
- फिलहाल पानी की स्थिति : 3.4 टीएमसी
- जयपुर और अन्य जिलों के लिए आरक्षित 11.20 टीएमसी (8690 लाख ली. )
- अजमेर के लिए आरक्षित : 5 टीएमसी
- सिंचाई के लिए आरक्षित : 8 टीएमसी
- वाष्पीकरण और रिसाव : 8.96 टीएमसी
राजधानी जयपुर के लिए बीसलपुर बांध किसी वरदान से कम नहीं है. दूसरे अर्थों में कहा जाए तो जयपुर की जनता पीने के पानी के लिए काफी हद तक इसी बांध पर डिपेंड है.
बीसलपुर बांध मैं क्षमता के अनुरूप पानी की आवक नहीं
शहर में रोजाना 4100 लाख लीटर पानी सप्लाई हो रहा है. बीसलपुर सिस्टम से केवल 3000 लाख लीटर और ट्यूबवेल से 1100 लाख लीटर पानी सप्लाई हो रहा है. पिछले 2 सालों में बीसलपुर बांध मैं क्षमता के अनुरूप पानी की आवक नहीं हो पाई है. पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी के चलते भी पानी का जलस्तर तेजी से गिर रहा है. विभाग ट्यूबवेल्स के भरोसे शहर के लोगों की प्यास बुझा रहा है. हालांकि जलदाय विभाग ने भविष्य में बीसलपुर बांध में पानी की आवक बढाने की तैयारी कर रहा है.