जयपुरः राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार को किसानों के धैर्य का इम्तिहान लेने के बजाय तीनों काले कृषि कानून वापस लेने चाहिए. उन्होंने साथ ही कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों के संघर्ष में उनके साथ खड़ी है, लेकिन किसान बिलों का समर्थन कर चुके सदस्यों की कमेटी से उन्हें उम्मीद नहीं है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- कांग्रेस पार्टी किसानों के संघर्ष में उनके साथः
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया किया कि कांग्रेस पार्टी किसानों के संघर्ष में उनके साथ खड़ी है लेकिन किसान बिलों का समर्थन कर चुके सदस्यों की कमेटी से उन्हें उम्मीद नहीं है. मोदी सरकार को किसानों के धैर्य का इम्तिहान लेने के बजाय तीनों काले कृषि कानून वापस लेने चाहिए.
कांग्रेस पार्टी किसानों के संघर्ष में उनके साथ खड़ी है लेकिन किसान बिलों का समर्थन कर चुके सदस्यों की कमेटी से उन्हें उम्मीद नहीं है। मोदी सरकार को किसानों के धैर्य का इम्तिहान लेने के बजाय तीनों काले कृषि कानून वापस लेने चाहिए।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 13, 2021
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- किसान के हित से ही हमारा कल्याणः
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट ऋगवेद की ऋचा का जिक्र करते हुए आगे लिखा कि 'क्षेत्रस्य पतिना वयं हितेनेव जयामसि'. ऋगवेद की इस ऋचा का अर्थ है कि किसान के हित से ही हमारा कल्याण होता है. राजनीति के लिए धर्म का सहारा लेने वाली भाजपा को हमारे धार्मिक ग्रंथों में लिखी बातों का भी अनुकरण करना चाहिए.
''क्षेत्रस्य पतिना वयं हितेनेव जयामसि।''
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 13, 2021
ऋगवेद की इस ऋचा का अर्थ है कि किसान के हित से ही हमारा कल्याण होता है। राजनीति के लिए धर्म का सहारा लेने वाली भाजपा को हमारे धार्मिक ग्रंथों में लिखी बातों का भी अनुकरण करना चाहिए।
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- इस देश ने ऐसी असंवेदनशील सरकार कभी नहीं देखीः
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि देश लोहड़ी का पर्व मना रहा है जो खेती और किसान समुदाय के महत्व का प्रतीक है. ऐसे में देशवासी आंदोलनरत किसानों के लिए चिंतित हैं, किसान अपने घरों से दूर हैं, खुले में बैठे हैं. लेकिन सरकार पर इसका कोई असर नहीं हो रहा. उन्होंने आगे कहा कि इस देश ने ऐसी असंवेदनशील सरकार कभी नहीं देखी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मोदी सरकार से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेते हुए किसानों को राहत देने के लिए कहा है.