जयपुर: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हिंसा में चार किसानों के मारे जाने के बाद मौके पर जा रही पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को हिरासत में लिये जाने को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निंदा करते हुए कहा कि विपक्षी नेताओं को गैरकानूनी तरीके से रोका जाना लोकतांत्रिक मानदंडों के खिलाफ है.
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि एआईसीसी महासचिव प्रियंका गांधी जी एवं अन्य नेताओं को उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. वे प्रमुख विपक्षी नेता हैं और लखीमपुर खीरी जिले में कल जो किसान मारे गये उनके परिवारों से मिलने जा रही थीं.
एआईसीसी महासचिव प्रियंका गांधी जी एवं अन्य नेताओं को उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। वे प्रमुख विपक्षी नेता हैं और लखीमपुर खीरी जिले में कल जो किसान मारे गये उनके परिवारों से मिलने जा रही थीं।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 4, 2021
1/2
उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं को गैरकानूनी तरीके से रोका जाना लोकतांत्रिक मानदंडों के खिलाफ है. पहले शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों पर भाजपा नेताओं के काफिले की गाड़ियां चढ़ाकर उनको बर्बरता से मार दिया गया, फिर विपक्षी नेताओं को वहां जाने से रोका जा रहा है, जो बिल्कुल गलत है.
प्रियंका जी उन परिवारों के साथ खड़े होने के लिये जा रहीं थीं जिन्होंने अपने प्रियजनों को कल की हिंसा में खोया है। इस कर्तव्य निर्वहन के लिये उनको रोकना पूर्णतया अनुचित है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 4, 2021
सीएम गहलोत ने कहा कि प्रियंका उन परिवारों के साथ खड़े होने के लिये जा रहीं थीं जिन्होंने अपने प्रियजनों को कल की हिंसा में खोया हैं. इस कर्तव्य निर्वहन के लिये उनको रोकना पूर्णतया अनुचित है.
भाजपा सरकार का अमानवीय चेहरा पूरी तरह सामने आ चुका है। किसानों की मांगों को अनसुनी करना, किसान आंदोलन को तोड़ना, उन पर अत्याचार करना और फिर किसी विपक्षी दल को उनके साथ न खड़े होने देना, यह सत्ताधारी दल का लोकतंत्र विरोधी रूप है जिसकी जितनी भर्त्सना की जाए कम है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 4, 2021
2/2
इसके साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत ने एक और ट्वीट करते हुए कहा कि भाजपा सरकार का अमानवीय चेहरा पूरी तरह सामने आ चुका है. किसानों की मांगों को अनसुनी करना, किसान आंदोलन को तोड़ना, उन पर अत्याचार करना और फिर किसी विपक्षी दल को उनके साथ न खड़े होने देना, यह सत्ताधारी दल का लोकतंत्र विरोधी रूप है जिसकी जितनी भर्त्सना की जाए कम है.
इस तरह नागरिक अधिकारों का हनन संविधान की भावना के भी विपरीत है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 4, 2021
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री तथा पंजाब के उप मुख्यमंत्री को राज्य में आने से रोका जा रहा है जोकि निंदनीय है. ऐसा केवल एक तानाशाह सरकार ही कर सकती है. क्या यूपी में सत्तारूढ़ भाजपा लोकतंत्र को खत्म कर देना चाहती है? इस तरह नागरिक अधिकारों का हनन संविधान की भावना के भी विपरीत है.
राहुल गांधी ने कहा - प्रियंका पीछे नहीं हटने वाली
वहीं इससे पहले प्रियंका को हिरासत में लिये जाने को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि प्रियंका पीछे नहीं हटने वाली हैं और “हम इस अहिंसक लड़ाई में अन्नदाताओं को जिताकर रहेंगे. उन्होंने ट्वीट किया कि प्रियंका, मैं जानता हूं तुम पीछे नहीं हटोगी- तुम्हारी हिम्मत से वे डर गए हैं. न्याय की इस अहिंसक लड़ाई में हम देश के अन्नदाता को जिता कर रहेंगे.
प्रियंका, मैं जानता हूँ तुम पीछे नहीं हटोगी- तुम्हारी हिम्मत से वे डर गए हैं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 4, 2021
न्याय की इस अहिंसक लड़ाई में हम देश के अन्नदाता को जिता कर रहेंगे। #NoFear #लखीमपुर_किसान_नरसंहार
सोमवार तड़के प्रियंका गांधी को रास्ते में सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया:
आपको बता दें कि लखीमपुर खीरी के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के बाद सोमवार तड़के मौके पर जा रहीं प्रियंका गांधी को रास्ते में सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे को लेकर किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान रविवार को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया इलाके में भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई.