जयपुर: कोटा में दो फैक्ट्रियों में आग लगने के मामले में नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दे दिए हैं. मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि कोटा में बिजली सप्लाई करने वाली KEDL कंपनी और गैस आपूर्ति करने वाली गेल कंपनी की सबसे ज्यादा लापरवाही सामने आई हैं.
सूचना के बाद भी गेल और KEDL ने दो घंटे तक अपनी सप्लाई नहीं रोकी. बिजली सप्लाई बंद नहीं करने और गेल की सप्लाई जारी रहने के कारण आग ने विकराल रूप ले लिया.दोनों कंपनियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के निर्देश दिए गए हैं. मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि कारोबारियों के मुताबिक करीब 100 करोड से ज्यादा का नुकसान हुआ है और आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट सामने आया है. करीब 15 दमकलों की सहायता से आग पर काबू पाया गया. कलक्टर और एसपी से लगातार बातचीत की जा रही है.
प्रशासन आग की सूचना मिलने के करीब दस मिनट बाद ही मौके पर पहुंच गया था. खुद कलेक्टर, एसपी समेत नगर निगम के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे. आग इतनी भीषण थी कि 1 किमी की दायरे में दूसरी फैक्ट्रियां और हॉस्टल खाली कराने पड़े. दूर से धुएं का गुबार नजर आ रहा था. सूचना मिलने के बाद नगर निगम की 14 दमकल मौके पर पहुंची.