जयपुर: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद राज्य की कांग्रेस एक्टिव मोड में है. कांग्रेस के स्थापना दिवस पर आज बिरला सभागार में अधिवेशन आयोजित होगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, PCC चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, सचिन पायलट मंत्री, विधायक, पदाधिकारी समेत प्रदेशभर के प्रमुख नेताओं की मौजूदगी होगी. रंधावा आज पहली प्रदेश कांग्रेस के किसी बड़े कार्यक्रम में शामिल होंगे, जाहिर है प्रभारी बनने के बाद उनके समक्ष कई चुनौतियां भी है.
भारतीय जनता पार्टी जनाक्रोश कार्यक्रम के जरिए सत्ताधारी दल कांग्रेस को घेर रही है. कांग्रेस पार्टी भी अपने स्थापना दिवस पर बड़ा अधिवेशन आयोजित कर बीजेपी को काउंटर करेगी. जन आक्रोश पर पलटवार किया जायेगा. राहुल गांधी की राजस्थान में सफल रही भारत यात्रा के बाद से यहां कांग्रेस कार्यकर्ता जोश से लबरेज है और चुनावी तैयारियों में जुटने की चाहत है. अधिवेशन के जरिए कांग्रेस के प्रदेश भर से आए कार्यकर्ताओं को चुनावी आगाज का संदेश दिया जाएगा. कांग्रेस के नए प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा के लिए अपने प्रभार प्रदेश में ये पहला बड़ा कार्यक्रम है. प्रदेश कांग्रेस के तमाम नेता और कार्यकर्ताओं को रंधावा की ओर से संदेश दिया जाएगा, लेकिन रंधावा के सामने राजस्थान की कांग्रेस को लेकर कई चुनौतियां है.
---नए प्रभारी के समक्ष चुनौतियां---
- सुखजिंदर सिंह रंधावा को सबसे पहले एकजुटता का संदेश देना होगा
- कांग्रेस स्थापना दिवस से अच्छा अवसर नहीं हो सकता है
- अभी राजस्थान की कांग्रेस अशोक गहलोत और सचिन पायलट कैंप के बीच उलझी हुई है
- रंधावा को एकता का संदेश देना होगा
- 27 की बैठक के बाद तीन दिग्गजों को कारण बताओ नोटिस मिले हुए हैं जिन पर फैसला नहीं हुआ
- रंधावा के सामने लंबित संगठनात्मक नियुक्तियां और राजनीतिक नियुक्तियां
- जिला और ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्षों की घोषणा होनी शेष है
- उदयपुर एजुकेशन की सभी मापदंडों को पूरा करना चुनौती है
- कड़ाई से 1पद एक व्यक्ति सिद्धांत को लागू कराना होगा
- अजय माकन के समय पनपे हालात से राज्य कांग्रेस को उबारना
---प्रभारी रंधावा का क्या रहेगा लक्ष्य---
- अशोक गहलोत सरकार की जनहित की योजनाओं को आमजन तक प्रचार और प्रसार करना
- कई योजनाएं ऐसी हैं जिनकी तारीफ राहुल गांधी कर चुके हैं
- अगले बजट को लेकर भी कहा जा रहा है कि जनता से जुड़ा और लोकलुभावन होगा
- रंधावा का प्रयास होगा कि गहलोत सरकार की फ्लैगशिप स्कीम की सफलताओं को वोट बैंक में बदला जाए
अधिवेशन में राज्य सरकार के मंत्रीमण्डल के सदस्यगण, पार्टी के विधायकगण, विधायक प्रत्याशीगण, सांसदगण, सांसद प्रत्याशीगण, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारीगण, जिला कांग्रेस कमेटियों के वर्तमान, निवर्तमान जिलाध्यक्षगण, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्यगण, निगम, बोर्ड, आयोग के चेयरमेनगण, पार्टी के जिला प्रमुखगण, प्रधानगण, नगर निकाय के अध्यक्षगण, अग्रिम संगठनों के प्रदेशाध्यक्षगण, विभाग व प्रकोष्ठों के वर्तमान निवर्तमान प्रदेशाध्यक्षगण, संयोजकगण सहित प्रमुख कांग्रेसजन भाग लेंगे. अधिवेशन में संगठनात्मक एवं सामाजिक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जायेगा. राजनीतिक और आर्थिक समेत विभिन्न विषयों पर प्रस्ताव पारित किये जायेंगे. जनवरी में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान कांग्रेस पार्टी शुरू कर रही है अधिवेशन में अभियान को लेकर संरचना तैयार होगी.