नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (International Cricket Council) दूसरी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (World Test Championship) चक्र के दौरान प्रत्येक मैच जीतने के लिए 12 अंक देगा. डब्ल्यूटीसी के दूसरे चक्र की शुरुआत भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला के साथ होगी.
पहले प्रत्येक श्रृंखला के होते थे समान अंक:
मुकाबला टाई होने पर दोनों टीमों को छह जबकि ड्रॉ होने की स्थिति में चार-चार अंक मिलेंगे. आईसीसी के अंतरिम सीईओ ज्यौफ अलार्डिस ने इसी महीने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि अंक प्रणाली में बदलाव किया जाएगा. आईसीसी बोर्ड के सदस्य ने पीटीआई को बताया कि पहले प्रत्येक श्रृंखला के समान 120 अंक होते थे, फिर चाहे यह दो टेस्ट की श्रृंखला हो या पांच टेस्ट की. अगले चक्र में प्रत्येक मैच के समान अंक होंगे- अधिकतम 12 प्रति मैच.
अंक प्रणाली को सरल बनाने का प्रयास किया जाने का लक्ष्य:
उन्होंने कहा कि टीमों ने मैच खेलकर जो अंक हासिल किए हैं उनके प्रतिशत अंकों के आधार पर टीमों की रैंकिंग तय होगी. आगामी हफ्तों में आईसीसी के मुख्य कार्यकारियों की समिति बैठक में अंक प्रणाली में बदलाव को स्वीकृति दी जानी है. बोर्ड के सदस्य ने कहा कि लक्ष्य यह है कि अंक प्रणाली को सरल बनाने का प्रयास किया जाए और किसी भी समस्य तालिका में टीमों की सार्थक तुलना की जा सके, फिर भले ही उन्होंने अलग संख्या में मैच और श्रृंखला क्यों नहीं खेली हो.
प्रत्येक टीम कुल छह श्रृंखलाएं खेलेंगी:
जून 2023 में खत्म होने वाले दूसरे चक्र में भारत-इंग्लैंड श्रृंखला के अलावा इस साल होने वाली एशेज श्रृंखला ही पांच मैचों की एकमात्र श्रृंखला होगी. अगले साल आस्ट्रेलिया का भारत दौरा आगामी चक्र में चार टेस्ट की एकमात्र श्रृंखला होगी. सभी नौ टीमों में से प्रत्येक टीम कुल छह श्रृंखलाएं खेलेंगी जिसमें से तीन स्वदेश और तीन विरोधी के मैदान पर होंगी जैसा कि पिछले सत्र में भी हुआ. डब्ल्यूटीसी के पहले चक्र के फाइनल में न्यूजीलैंड ने भारत को हराकर खिताब जीता.
ईएसपीएनक्रिकइंफो के अनुसार दूसरे चक्र में इंग्लैंड की टीम सर्वाधिक 21 टेस्ट खेलेगी जबकि उसके बाद भारत (19), आस्ट्रेलिया (18) और दक्षिण अफ्रीका (15) का नंबर आता है. न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज और श्रीलंका की टीमें 13 जबकि पाकिस्तान 14 टेस्ट खेलेगा.